भारतीय सिने जगत में अप्रतिम सौंदर्य और सशक्त अभिनय के लिए पहचानी जाने वाली अभिनेत्री मधुबाला की जीवनी का बुधवार को दिल्ली में लोकार्पण किया गया। मधुबाला..दर्द का सफर जीवनी का लोकार्पण बुधवार शाम यहां फिल्म डिवीजन के सभागार में आयोजित किया गया। इस मौके पर सांसद राशिद अल्वी ने कहा कि राजनेताओं की प्रसिद्धि का दौर काफी छोटा होता है लेकिन कलाकारों एवं कलमकारों की लोकप्रियता कालखंड से परे होती है। उन्होंने कहा कि मधुबाला जैसे कलाकार को भले ही उनके जीवन में उचित सम्मान न दिया गया हो, लेकिन वह सदियों तक लोगों के दिलों पर राज करती रहेंगी। पुस्तक की लेखिका सुशीला कुमारी ने कहा कि मधुबाला अपनी जिंदगी में खुशियों और प्यार से कोसों दूर रही। उन्हें दुख, तन्हाई और तिरस्कार के सिवा कुछ नहीं मिला। उनका हंसता हुआ चेहरा देखकर शायद ही आभास हो कि इसके पीछे कितना भयानक दर्द छिपा था।
(साभारःहिंदुस्तान,पटना,25 दिसम्बर,2009)
No comments:
Post a Comment
न मॉडरेशन की आशंका, न ब्लॉग स्वामी की स्वीकृति का इंतज़ार। लिखिए और तुरंत छपा देखिएः