इँजीनियर और मगही भाषा के विकास के लिए सक्रिय ब्लॉगर नारायण प्रसाद जी ने दैनिक जागरण की यह खबर भेजी है जिससे पता चलता है कि इन दिनों जमशेदपुर में संथाली फिल्म महोत्सव चल रहा है जिसका उद्घाटन बीते शनिवार को महाश्वेता देवी ने किया थाः
एक्सएलआरआई आडिटोरियम में संथाली फिल्म 'टाटा कोरोनडीह' के प्रदर्शन के साथ शनिवार को प्रदेश के प्रथम संथाली व क्षेत्रीय फिल्म महोत्सव का शुभारंभ हुआ। प्रख्यात लेखिका व समाजसेवी महाश्वेता देवी ने फिल्म महोत्सव का औपचारिक उद्घाटन किया। इस मौके पर महाश्वेता देवी ने कहा कि आदिवासी समाज अपने आप में समृद्ध है। इस समाज को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए शिक्षा और ज्ञान की अलख जलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज भी आदिवासी समाज कई कारणों से उपेक्षित है। इस उपेक्षा का समाधान तभी निकलेगा जब समुदाय संगठित होगा। उन्होंने आदिवासी समुदाय के समक्ष उपस्थित मौजूदा चुनौतियों के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया। कहा कि सरकार ने समय रहते आदिवासी समुदाय को वो सारी सुविधाएं नहीं दी जो उसे दी जानी चाहिए। नतीजतन आदिवासी आज भी सैकड़ों साल पीछे की जिंदगी बसर करने को मजबूर हैं। भगवान बिरसा मुंडा के गांव का उल्लेख करते हुए महाश्वेता देवी ने कहा कि झारखंड का गठन जिस महापुरुष की याद में किया गया, उसी का गांव आज विकास से कोसों दूर है। ऐसे हालात में अब आदिवासियों के समक्ष संघर्ष और आंदोलन के बूते ही अपने मौलिक अधिकार प्राप्त करने का रास्ता बचा रहा गया है।
इससे पूर्व महाश्वेता देवी ने फिल्म महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर आल इंडिया संथाली फिल्म एसोसिएशन के प्रयास की सराहना की और समुदाय को अलग पहचान दिलाने के लिए संघर्ष बरकरार रखने की बात कही। इस मौके पर बिरसा मुंडा के पोते सुखराम मुंडा, बीएम लाल, विधायक रामदास सोरेन, प्रो. दिगंबर हांसदा सीआर माझी, शिवलाल सागर, दुर्गा प्रसाद हांसदा, सनातन माझी, आदि उपस्थित थे।
रविवार को फिल्म महोत्सव के तहत बिरसा मुंडा टाउन हॉल सिदगोड़ा में नागपुरी फिल्म बाहा का प्रदर्शन किया गया। ट्राइबल कल्चरल सेंटर में भी आम ओहोइ†ा हिड़ि†ा केमा का प्रदर्शन किया गया। इधर सोमवार को संथाली फिल्म महोत्सव के तहत बिरसा मुंडा टाउन हॉल में खेवइया व सिबिल सगाई संध्या चार बजे दिखाई जाएगी। जबकि चार मई को झारखंड कर छैला व फिल्म बीर मानमी का संध्या चार बजे प्रदर्शन होगा।
महिला फिल्मकार और झारखंड रत्न प्राप्त गायिका रानी मार्डी ने भी सूर्य सिंह बेसरा की तरह संथाली फिल्म महोत्सव का उद्घाटन के दौरान ही विरोध करते हुए आयोजन का बहिष्कार कर दिया है। उन्होंने आयोजकों पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार किया और फिल्म महोत्सव में अपनी फिल्म के प्रदर्शन से भी इनकार कर दिया है। रानी मार्डी के मुताबिक फिल्म महोत्सव के आयोजन में उसे जरूरत के हिसाब से तरजीह नहीं दी गई। हालांकि फिल्म महोत्सव के अध्यक्ष रमेश हांसदा ने कहा कि तकनीकी कारणों से पोस्टर में रानी को जगह नहीं मिली। उन्होंने कहा कि महोत्सव के समापन के मौके पर उन्हें उचित सम्मान दिया जाएगा।
एक्सएलआरआई आडिटोरियम में संथाली फिल्म 'टाटा कोरोनडीह' के प्रदर्शन के साथ शनिवार को प्रदेश के प्रथम संथाली व क्षेत्रीय फिल्म महोत्सव का शुभारंभ हुआ। प्रख्यात लेखिका व समाजसेवी महाश्वेता देवी ने फिल्म महोत्सव का औपचारिक उद्घाटन किया। इस मौके पर महाश्वेता देवी ने कहा कि आदिवासी समाज अपने आप में समृद्ध है। इस समाज को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए शिक्षा और ज्ञान की अलख जलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज भी आदिवासी समाज कई कारणों से उपेक्षित है। इस उपेक्षा का समाधान तभी निकलेगा जब समुदाय संगठित होगा। उन्होंने आदिवासी समुदाय के समक्ष उपस्थित मौजूदा चुनौतियों के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया। कहा कि सरकार ने समय रहते आदिवासी समुदाय को वो सारी सुविधाएं नहीं दी जो उसे दी जानी चाहिए। नतीजतन आदिवासी आज भी सैकड़ों साल पीछे की जिंदगी बसर करने को मजबूर हैं। भगवान बिरसा मुंडा के गांव का उल्लेख करते हुए महाश्वेता देवी ने कहा कि झारखंड का गठन जिस महापुरुष की याद में किया गया, उसी का गांव आज विकास से कोसों दूर है। ऐसे हालात में अब आदिवासियों के समक्ष संघर्ष और आंदोलन के बूते ही अपने मौलिक अधिकार प्राप्त करने का रास्ता बचा रहा गया है।
इससे पूर्व महाश्वेता देवी ने फिल्म महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर आल इंडिया संथाली फिल्म एसोसिएशन के प्रयास की सराहना की और समुदाय को अलग पहचान दिलाने के लिए संघर्ष बरकरार रखने की बात कही। इस मौके पर बिरसा मुंडा के पोते सुखराम मुंडा, बीएम लाल, विधायक रामदास सोरेन, प्रो. दिगंबर हांसदा सीआर माझी, शिवलाल सागर, दुर्गा प्रसाद हांसदा, सनातन माझी, आदि उपस्थित थे।
रविवार को फिल्म महोत्सव के तहत बिरसा मुंडा टाउन हॉल सिदगोड़ा में नागपुरी फिल्म बाहा का प्रदर्शन किया गया। ट्राइबल कल्चरल सेंटर में भी आम ओहोइ†ा हिड़ि†ा केमा का प्रदर्शन किया गया। इधर सोमवार को संथाली फिल्म महोत्सव के तहत बिरसा मुंडा टाउन हॉल में खेवइया व सिबिल सगाई संध्या चार बजे दिखाई जाएगी। जबकि चार मई को झारखंड कर छैला व फिल्म बीर मानमी का संध्या चार बजे प्रदर्शन होगा।
महिला फिल्मकार और झारखंड रत्न प्राप्त गायिका रानी मार्डी ने भी सूर्य सिंह बेसरा की तरह संथाली फिल्म महोत्सव का उद्घाटन के दौरान ही विरोध करते हुए आयोजन का बहिष्कार कर दिया है। उन्होंने आयोजकों पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार किया और फिल्म महोत्सव में अपनी फिल्म के प्रदर्शन से भी इनकार कर दिया है। रानी मार्डी के मुताबिक फिल्म महोत्सव के आयोजन में उसे जरूरत के हिसाब से तरजीह नहीं दी गई। हालांकि फिल्म महोत्सव के अध्यक्ष रमेश हांसदा ने कहा कि तकनीकी कारणों से पोस्टर में रानी को जगह नहीं मिली। उन्होंने कहा कि महोत्सव के समापन के मौके पर उन्हें उचित सम्मान दिया जाएगा।
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