

बेन किंग्सले:इस लिस्ट में सबसे ऊपर बेन किंग्सले का आता है|उनके हाव भाव,आंखों की चमक और बॉडी लेंग्वेज बिलकुल महात्मा गांधी की तरह ही लगती थी|जिसकी वजह से फिल्म मेकर रिचर्ड एटनबर्ग का ध्यान उ

इस लिस्ट में दूसरा नाम है नसीरूदीन शाह का जिनके नाम पर रिचर्ड एटनबर्ग की फिल्म गांधी के लिए सोचा गया था मगर किंग्सले बाज़ी मर ले गए और वह इस फिल्म में गांधी बने नज़र आये|मगर नसीर जी को कमल हसन की फिल्म हे राम में गांधी जी बनने का मौका मिल ही गया|नसीरुद्दीन शाह ने भी इस किरदार को जीवटता प्रदान करने की पूरी कोशिश की वह बापू के अवतार

रजित कपूर:गांधी जी के जीवन को बड़े परदे पर सहजता से पेश करने का श्री रजित कपूर को जाता है जिन्होंने द मेकिंग ऑफ़ गांधी में हमें गांधीजी का एक अलग ही रूप दिखाया|इस फिल्म में रजित ने यंग गांधी यानि मोहनदास करमचंद गांधी का किरदार बहुत ही बखूबी से निभाया|साथ ही इस फिल्म में उनके राष्ट्र पिता बनने तक के सफ़र को भी रजित ने बेहतरीन तरीके से चरितार्थ किया।

दिलीप प्रभावलकर:दिलीप प्रभावलकर ने विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म लगे रहो मुन्ना भाई में बापू का किरदार निभाया|फिल्म में बापू के सन्देश को बहुत हीहल्के फुल्के मगर प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया(ईशा राजदान,दैनिक भास्कर,2.10.2010 से साभार)।
इनमें सबसे अधिक प्रभावशाली बेन किंग्सले ही लगे । उसके बाद नसीरुद्दीन । इस तर्ह किरदार को उतार देना बहुत कठिन काम है । लेकिन यह इन सभी अभिनेताओं ने करके दिखाया ।
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