स्वागत
Showing posts with label अन्य. Show all posts
Showing posts with label अन्य. Show all posts

Saturday, June 11, 2011

गूगल से भी तेज सर्च करें एमपी 3 गाने

मनपसंद गाने सुनने के लिए गूगल पर दिखाई देने वाली हजारों वेबसाइट्स में से सिलेक्शन मुश्किल होता है। एनआईटी के विद्यार्थियों ने ऐसा सर्च इंजन बनाया है जहां दुनियाभर की वेबसाइट के गाने एक ही जगह सुने जा सकेंगे।

गूगल पर आने वाली ज्यादातर वेबसाइट पर गाने की जगह विज्ञापन होते हैं। कई वेबसाइट गाना सुनाने के पैसे लेती हैं। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) सूरत के विद्यार्थियों ने इंदौर एजुकेशन सेंटर सीडेक के प्रोजेक्ट के तहत यह सर्च इंजन बनाया है। इसमें मीडिया प्लेयर भी जोड़ा है। वेबसाइट को रिफ्रेश करने पर बिना रुकावट गाने सुने जा सकते हैं।

स्टूडेंट्स बताते हैं सर्च इंजन पर ऐसी साइट आएंगी ही नहीं, जिन पर गानों के केवल नाम दिए गए हैं। वे बताते हैं एनआईटी सूरत ने इंदौर में ट्रेनिंग के लिए भेजा है। छह महीने की मेहनत से सर्च इंजन बनाया है। प्रोजेक्ट आईआईटी पवई में रिसर्च पेपर के रूप में भेजा है। फैकल्टी एडवाइजर मनीष अरोरा ने बताया इंदौर से शुरू हुआ यह एकमात्र सर्च इंजन होगा जो एमपी3 गाने सर्च करने में गूगल से फास्ट है।

कम्प्यूटर साइंस के विद्यार्थी अली अब्बास मैनेजर, नील जिनवाला और पूरव मास्टर ने www.beta.mgoos.com सर्च इंजन बनाया है। इसमें जावा प्रोग्रामिंग के जरिये ऐसा ऑटोमेटिक सिस्टम बनाया गया है जो दुनियाभर के एमपी3 गानों को एक वेबसाइट से जोड़ता है। वायरस वाली या बिना काम की साइट्स इग्नोर कर दी जाएंगी(दैनिक भास्कर,इन्दौर,11.6.11)।

Wednesday, June 8, 2011

बड़े पर्दे पर चमकेंगे बाबा और अन्ना!

बॉलीवुड अब अपनी फिल्मों के लिए असल जिंदगी की शख्सियतों से पे्ररणा ले रहा है। लोकपाल विधेयक मामले में सरकार को घुटने टेकने पर मजबूर करने समाजसेवी अन्ना हजारे और भ्रष्टाचार तथा कालाधन मामले में सरकार की नाक में दम करने वाले योग गुरु बाबा रामदेव फिल्मकारों के लिए नजीर बन रहे हैं। बाबा के बहुत नजदीकी माने जाने वाले 16 दिसंबर, रुद्राक्ष और नॉक आउट जैसी फिल्मों के निर्देशक मणि शंकर उनके जीवन पर फिल्म बनाने की तैयारी कर रहे हैं। इस फिल्म में वह संजय दत्त को लेंगे। संजू उनके अच्छे मित्र माने जाते हैं। क्या संजय दत्त फिल्म में बाबा की भूमिका निभाएंगे? मणिशंकर कहते हैं कि इस बारे में मैं अभी आपको कुछ नहीं बता सकता। उन्होंने कहा, मैं यह नहीं कह सकता कि वह (संजय दत्त) फिल्म में कौन सी भूमिका निभाएंगे। फिलहाल शंकर बाबा द्वारा चलाए जा रहे अभियान पर पूरी जानकारी इकट्ठा करने में जुटे हैं। फिल्म में शनिवार रात को दिल्ली के रामलीला मैदान में बाबा और उनके समर्थकों के खिलाफ सरकार के बर्बरतापूर्ण रवैये को भी दिखाया जाएगा। अन्ना से प्रेरणा : निर्देशक इशराक शाह इन दिनों एक बुरा आदमी नाम से फिल्म बना रहे हैं। फिल्म में रघुवीर यादव एक समाज सेवी की भूमिका निभा रहे हैं, जो अन्ना हजारे के जीवन से पे्ररित है। हालांकि शाह इस बात से पर्दा उठाने को राजी नहीं हैं कि फिल्म में रघुवीर यादव का किरदार अन्ना हजारे से मिलता है। उन्होंने कहा, रघुवीर जी का किरदार अन्ना हजारे जैसा है या नहीं, यह फिल्म के प्रदर्शन के बाद पता चलेगा। मैं सिर्फ यह कह सकता हूं कि वह (रघुवीर यादव) एक समाजसेवी की भूमिका निभा रहे हैं। फिल्म की शूटिंग उदयपुर में चल रही है। फिल्म से जुड़े सूत्रों की मानें, तो रघुवीर अन्ना हजारे के रोल में ही हैं। यह ऐसे समाजसेवी की कहानी है, जो चुनाव की राजनीति नहीं करता और सरकार के खिलाफ जागो भारत आंदोलन चलाता है। अरुणोदय सिंह फिल्म में रघुवीर के शिष्य की भूमिका में हैं, जो उनके आंदोलन को आगे बढ़ाते हैं। फिल्म में ऐसा मोड़ भी आता है, जब रघुवीर यादव सरकार के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठ जाते हैं, ताकि लोग जागें(दैनिक जागरम,दिल्ली,8.6.11)।

Thursday, May 19, 2011

टीवी पर बंद हो लता का मजाक: शिवसेना

शिवसेना ने टीवी सेंसरशिप के अपने एजेंडे को पुन: हवा दी है। इस बार पार्टी ने सभी टीवी चैनलों को फरमान जारी करते हुए कहा है कि उनके चैनलों पर आने वाले कॉमेडी सीरियलों में लता मंगेशकर का मजाक नहीं बनाया जाए।

शिव सेना की इकाई भारतीय चित्रपट सेना के अध्यक्ष अभिजीत पनसे की अगुवाई में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोनी चैनल को इस संबंध में एक पत्र लिखा है। पत्र में चैनल पर प्रसारित होने वाले कॉमेडी शो ‘कॉमेडी सर्कस’ में मंगेशकर का मजाक बनाए जाने पर आपत्ति जताई है और तत्काल प्रभाव से उन एपिसोड पर रोक लगाने की मांग की है।

कार्यक्रम के प्रतिभागी सुदेश और कृष्णा ने सीरियल में मंगेशकर का मजाक बनाया था। पनसे ने कहा, ‘लता मंगेशकर भारतीय म्यूजिक इंडस्ट्री की आइकान हैं। भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति के खिलाफ हम ऐसी बेहूदी चीजें बर्दाश्त नहीं करेंगे।

फिलहाल यह चेतावनी केवल सोनी को ही दी गई है। लेकिन हम चाहते हैं कि दूसरे चैनल भी हमारी बात को समझें।’ साथ ही यह भी कहा कि अगर चैनल इन एपिसोडों पर रोक नहीं लगाता है तो उसे पार्टी अपने तरीके से समझाएगी।

मंगेशकर और शिवसेना का रहा पुराना रिश्ता:

लता मंगेशकर और शिवसेना के संबंधों का पुराना इतिहास रहा है। 90 के दशक में मंगेशकर ने खुद से शिव उद्योग सेना के लिए परफॉर्म कर धन इकट्ठा किया था। वहीं उनके भाई हृदयनाथ मंगेशकर 2009 में शिवसेना से जुड़े थे।

हालांकि इस बारे में पनसे ने कहा, ‘हमने यह मुद्दा इसलिए नहीं उठाया है क्योंकि उनसे हमारे रिश्ते अच्छे हैं। उनका अपमान करना देश के एक महान कलाकार का अपमान है(आलोक देशपांडे,दैनिक भास्कर,मुंबई,18.5.11)।’

Friday, April 29, 2011

दो-दो संथाली फिल्मोत्सव

संथाली फिल्म इतिहास में यह पहला मौका है जब एक साथ दो-दो संथाली फिल्म महोत्सव होने जा रहे हैं। ये महोत्सव भले ही संथाली फिल्म जगत के भीतरी विवाद की उपज हों, लेकिन इससे वर्षो से बीमार संथाली फिल्म उद्यम के साथ एक बार फिर ग्लैमर की चकाचौंध जुड़ गई है। एक तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांस्कृतिक कला मंच के प्रदेश अध्यक्ष रमेश हांसदा ने ऑल इंडिया संथाली फिल्म एसोसिएशन का झंडा बुलंद किया हुआ है तो वहीं दूसरी ओर पूर्व विधायक व झारखंड पीपुल्स पार्टी के मुखिया सूर्य सिंह बेसरा ने पंडित रघुनाथ मुर्मू एसोसिएशन ऑफ संथाली सिनेमा एंड आर्ट (रास्का) के बैनर तले मोर्चा संभाला है। दोनों गुट पांच मई को दम दिखाएंगे।

होगा आदिवासी 'टैलेंट हंट'
पंडित रघुनाथ मुर्मू अकादमी फॉर संथाली सिनेमा एंड आर्ट (रास्का) पांच मई को होने वाले फिल्म समारोह व रास्का अवार्ड समारोह की तैयारी कर चुका है। इससे साहित्य अकादमी अवार्ड विजेता भोगला सोरेन सरीखे दिग्गज जुड़े हैं तो संथाली फिल्म जगत (बड़े पर्दे) के सर्वप्रथम अभिनेता प्रेम मार्डी जैसी शख्सियत भी संबद्ध है। संथाली सिनेमा अवार्ड देने की शुरुआत 2008 में उस समय शुरू हुई, जब सूर्य सिंह बेसरा ने अपनी वर्षो पुरानी परिकल्पना को पूरा किया। इस बार यह महोत्सव माइकल जॉन प्रेक्षागृह में आयोजित होगा।

रास्का के ज्यूरी मेंबर
भोगला सोरेन, सीआर माझी, मेघराय टुडू, प्रो. लखाई बास्के व प्रो. दिगंबर हांसदा।
रास्का की निदेशक मंडली
सूर्य सिंह बेसरा, डा. शीला बेसरा, रतन कुमार बेसरा व जोबारानी बास्के।
रास्का की राज्य स्तरीय संयोजक मंडली
प्रेमचंद किस्कू (झारखंड), प्रेम मार्डी (पश्चिम बंगाल), शायबा सुशील कुमार हांसदा (उड़ीसा) व अनिल मरांडी (असम)।

किसको क्या जिम्मेदारी
स्मारिका प्रकाशन के लिए सूर्य सिंह बेसरा। रतन कुमार बेसरा को फीचर फिल्म संग्रह। चंदन किस्कू को वीडियो फिल्म संग्रह। फातु मुर्मू को प्रकाशन एवं प्रचार-प्रसार। जोबा बास्के को अतिथि स्वागत। धानु टुडू को आदिवासी टैलेंट हंट। लखाई बास्के को जूरी टीम में समन्वय। कुशल हांसदा को सांस्कृतिक कार्यक्रम। रवींद्रनाथ मुर्मू को कार्यक्रम संयोजन। जयपाल मुर्मू को स्टेज सजावट। विनय टुडू को विडियो व फोटोग्राफी का प्रभार। महात्मा टुडू को जनसंपर्क प्रभारी। डा. पिंकू बास्को को मंच संचालन।

संथाली फिल्म का विकास
ऑल इंडिया संथाली फिल्म एसोसिएशन द्वारा आयोजित द्वितीय संथाली एवं क्षेत्रीय फिल्म महोत्सव का आगाज शुक्रवार को कर दिया जाएगा। पहले दिन हेमंत सोरेन को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया है। यह महोत्सव 29 अप्रैल से शुरू होकर लगातार पांच मई तक चलेगा। पंडित रघुनाथ मुर्मू जयंती के उपलक्ष्य पर पांच मई को गोपाल मैदान में झारखंड सिने अवार्ड समारोह का आयोजन होगा। इस बार कार्यक्रम के सफल आयोजन की जिम्मेदारी रमेश हांसदा ने उठा रखी है। वे अकेले ही इसके सफल आयोजन को दिन-रात एक किए हुए हैं। इस बार आयोजन पर करीब 20 लाख रुपए खर्च करने का अनुमान है।

आइसफा के ज्यूरी मेंबर
सीआर माझी, शिवलाल सागर, रविलाल टुडू, रामचंद्र हेम्ब्रम व दिगंबर हांसदा।
कहां-कहां दिखाई जाएगी फिल्म

तिथि-फिल्म-स्थान
29 अप्रैल : धूल व बिदलई , एक्सएलआरआई
30 अप्रैल जनुम पीड, जनुम दादा, - माइकल जॉन बिष्टुपुर
30 अप्रैल निसार्थी (संथाली), - करनडीह जाहेरथान
01 मई प्यार कर मेहंदी रचाई लेलो रे, करनडीह जाहेरथान
01 मई तोर आशिक मोर, माइकल जॉन बिष्टुपुर
01 मई तेतांग जिवी, (संथाली) करनडीह जाहेरथान
01 मई जुवन मोन, (संथाली) राजनगर
02 मई लावड़िया व कथांतर, माइकल जॉन बिष्टुपुर
02 मई तेतांग जिवी (संथाली), करनडीह जाहेरथान
02 मई आस (संथाली) जादूगोड़ा कॉलोनी
03 मई बिस्किल (संथाली) जादूगोड़ा कॉलोनी
03 मई अंगिर (संथाली) गम्हरिया
03 मई करमा (नागपुरी) माइकल जॉन बिष्टुपुर

सक्रिय सदस्य : रमेश हांसदा, अर्जुन टुडू, पीतांबर हांसदा, दशरथ हांसदा, जॉन दास, रमेश मार्डी, विनोद सोरेन, होंदा टुडू, दिनेश हांसदा, विक्रम सोरेन व बिंदे सोरेन(भादो माझी,दैनिक जागरण,जमशेदपुर,29.4.11)।

Wednesday, April 6, 2011

भोजपुरी फिल्मों पर बड़ी कंपनियों की नजर

कार्पोरेट कंपनियां अब सिर्फ बड़े शहरों पर ही नहीं बल्कि छोटे शहरों में भी पहुंचना चाहती हैं और इसके लिए वह फिल्मों का सहारा ले रही हैं। इमामी कंपनी ने अपने तेल की ब्रान्डिंग के लिए भोजपुरी फिल्म की मदद लेते हुए फिल्म का एक पूरा गाना स्पॉन्सर किया हैं। जंग नाम की फिल्म में नजर आने वाले इस गाने का रिकार्डिंग तक का पूरा खर्च इमामी ने किया है। फिल्मों के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है। झंडू बाम गाने की सफलता से कंपनियों को यह अनोखी कल्पना सूझी है। इमामी कंपनी का हिमानी नवरत्न एक्स्ट्रा ठंडा ऑयल के प्रमोशन के लिए कंपनी ने यह अनोखा कदम उठाया हैं।

हालांकि, कंपनी के तेल का विज्ञापन शाहरुख खान और अमिताभ बच्चन कर ही रहे हैं, बावजूद इसके उत्तर प्रदेश में अपनी पैठ बनाने के लिए कंपनी ने गाना स्पॉन्सर किया है। सूत्रों के मुताबिक, भोजपुरी में बनने वाली फिल्म जंग में संभावना सेठ पर यह गाना फिल्माया गया है।मुंबई (ब्यूरो)। कार्पोरेट कंपनियां अब सिर्फ बड़े शहरों पर ही नहीं बल्कि छोटे शहरों में भी पहुंचना चाहती हैं और इसके लिए वह फिल्मों का सहारा ले रही हैं। इमामी कंपनी ने अपने तेल की ब्रान्डिंग के लिए भोजपुरी फिल्म की मदद लेते हुए फिल्म का एक पूरा गाना स्पॉन्सर किया हैं। जंग नाम की फिल्म में नजर आने वाले इस गाने का रिकार्डिंग तक का पूरा खर्च इमामी ने किया है। फिल्मों के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है। झंडू बाम गाने की सफलता से कंपनियों को यह अनोखी कल्पना सूझी है। इमामी कंपनी का हिमानी नवरत्न एक्स्ट्रा ठंडा ऑयल के प्रमोशन के लिए कंपनी ने यह अनोखा कदम उठाया है(नई दुनिया,दिल्ली,6.4.11)।

Tuesday, March 29, 2011

लीला सैमसन हो सकती हैं सेंसर बोर्ड की अगली अध्यक्ष

हफ्तों तक चली कोशिशों के बाद भी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय किसी भी फिल्मी हस्ती को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सेंसर बोर्ड) का अध्यक्ष बनने के लिए राजी नहीं कर सका। बोर्ड की मौजूदा अध्यक्ष शर्मिला टैगौर का कार्यकाल ३१ मार्च को समाप्त हो रहा है और सूत्रों के मुताबिक संगीत नाटक अकादमी, दिल्ली की अध्यक्ष लीला सैमसन का नाम बोर्ड की अगली अध्यक्ष के तौर पर तय हो गया है। हालांकि, इसकी आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है। सेंसर बोर्ड का नया अध्यक्ष तलाशने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय पिछले कई दिनों से हिंदी फिल्म उद्योग के कुछ लोगों से लगातार संपर्क कर रहा था। सूत्रों के मुताबिक इस पद के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी की पहली पसंद फिल्म अभिनेत्री और पूर्व सांसद शबाना आजमी थीं। शबाना के पति जावेद अख्तर इन दिनों राज्यसभा के सदस्य हैं और इसके चलते ही शबाना ने और राजनीतिक अनुग्रह से बचने के लिए इस पद की जिम्मेदारियां संभालने से इंकार कर दिया। इसके बाद इस पद के लिए फिल्म निर्देशकों रमेश सिप्पी, गोविंद निहलानी और सईद मिर्जा का भी मन टटोला गया। मंत्रालय के अफसरों ने रमेश सिप्पी को अध्यक्ष बनाने के लिए खास कोशिशें की, लेकिन फिल्म एंड टीवी प्रोड्यूसर्स गिल्ड के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल रहे सिप्पी ने सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष के पद को अपनी मौजूदा जिम्मेदारी से टकराव मानते हुए इसके लिए मना कर दिया। बीच में फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन के नाम की चर्चा भी सेंसर बोर्ड के मुंबई कार्यालय में जोरों पर रही। सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष के पद पर किसी गैर फिल्मी शख्सियत की तैनाती हाल के दिनों में कोई ११ साल पहले हुई थी, जब भाजपा नेता बी.पी. सिंघल को ये पद सौंपा गया था। फिल्म जगत में ये आम धारणा बन चुकी है कि सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पर अब राजनीतिक दबाव काफी ज्यादा रहता है जिसके चलते कई बार इस पद पर बैठे शख्स को अपनी ही बिरादरी के लोगों के गुस्से का शिकार बनना पड़ता है।

निर्देशक प्रकाश झा की फिल्म राजनीति और निर्देशक सुधीर मिश्रा की फिल्म ये साली जिंदगी को लेकर हाल के दिनों में सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष का पद काफी विवादों में घिरा रहा है। संगीत नाटक अकादमी, दिल्ली की अध्यक्ष लीला सैमसन को १९८२ में संस्कृति पुरस्कार, १९९० में पद्मश्री पुरस्कार और २००० में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। पिछले साल ही अपनी गुरु रुक्मिणी देवी के जीवन पर लिखी उनकी एक किताब भी प्रकाशित हो चुकी है(पंकज शुक्ल,नई दुनिया,दिल्ली,29.3.11)।

Thursday, February 17, 2011

पटना में भोजपुरी फिल्म महोत्सव 22 मार्च से

बिहार दिवस पर तीन दिवसीय भोजपुरी फिल्म महोत्सव 22 मार्च से शुरु होगा. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के इस कार्यक्रम में 24 मार्च तक पटना के मोना सिनेमा में भोजपुरी की सात फिल्में दिखायी जायेंगी.

दर्शक इसका आनंद बिना शुल्क के उठा सकेंगे. विभाग के सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 25 से 27 मार्च तक एएन सिन्हा इंस्टीटय़ूट में डॉक्यूमेंट्री महोत्सव होगा. इसमें सरकारी विभागों और बिहार के विषय वस्तु पर बनी 14 डॉक्यूमेंट्री दिखायी जायेगी. फिल्मों की शॉर्टलिस्टिंग की जा रही है.

फिल्म महोत्सव का मकसद लोगों में बिहारी होने का गर्व पैदा करना है. मोना सिनेमा के मैनेजर शरद गुप्ता ने बताया कि भोजपुरी फिल्म महोत्सव बिल्कुल अलग होगी. इसमें दिखायी जानेवाली फिल्में बिहार पर आधारित होंगी.

फिल्म निर्माता व वितरक प्रमोद कुमार चौधरी ने बताया कि पुरानी भोजपुरी फिल्मों का प्रदर्शन होगा. जिनके प्रिंट अभी मौजूद नहीं हैं, उन्हें भी शामिल किया जायेगा. राजकुमार शाहाबादी ने कहा कि भोजपुरी फिल्मों का स्तर गिर चुका है.1961 में जो संस्कृति शुरू हुई थी, अब वैसी नहीं रही. जब तक परिवार देखने नहीं जायेगा, भोजपुरी फिल्में आगे नहीं बढ़ेंगी(प्रभात खबर,पटना,17.2.11).

Monday, January 31, 2011

जेएनयू में दो दिवसीय यूथ फिल्म फेस्टिवल कल से

फिल्म निर्माण, उसकी कहानी व तकनीकी पहलुओं से जुड़ी बारीकियों से युवाओं को रू-ब-रू कराने के लिए जेएनयू में एक बार फिर से यूथ फिल्म फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है।

एक फरवरी से शुरू होने वाले इस दो दिवसीय इंटरनेशनल यूथ फिल्म फेस्टिवल को जेएनयू के फैकल्टी क्लब और फॉक, आर्ट, कल्चरल एंड एजुकेशनल सोसाएटी (फेसेज) मिलकर आयोजित कर रहे है, जिसमें दो दर्जन से ज्यादा शॉर्ट व डॉक्युमेंट्री फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा।

आयोजन से जुडे डॉ. डीके लोबियाल ने बताया कि द्वितीय इंडिया इंटरनेशनल यूथ फिल्म फेस्टिवल (आईआईवाईएफएफ) के जरिये युवाओं को फिल्म निर्माण की बारीकियों से रूबरू कराया जाएगा।


उन्होंने बताया कि इस आयोजन के दौरान न सिर्फ जेएनयू समुदाय बल्कि बाहरी लोगों को भी इस फेस्टिवल में शामिल होने का अवसर दिया जा रहा है। फेस्टिवल का शुभारंभ एक फरवरी को जेएनयू के एसएसएस-1 ऑडिटोरियम में किया जाएगा।

फेस्टिवल डायरेक्टर मुस्तजाक मलिक ने बताया कि इस मौके पर करीब दो दर्जन फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इनमें माइंड, अफगान गल्र्स कैन किक, व्हीजलिंग अंडर वॉटर, ब्लैकवुड, डिवाइन, डबल डेट, बैक टू रूट्स, द वॉच क्लीनिक, देवदासी, कल, डिप्लोमा, विदा आदि फिल्में शामिल होंगी।

इन फिल्मों का प्रदर्शन दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक किया जाएगा। जहां पहले दिन फेस्टिवल में फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा, वहीं दूसरे दिन जेएनयू कैंपस के स्कूल ऑफ आर्ट एंड एस्थेटिक्स ऑडिटोरियम में शॉर्ट फिल्मों और डॉक्युमेंट्री फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा(दैनिक भास्कर,दिल्ली,31.1.11)।

Tuesday, November 30, 2010

पटना फिल्मोत्सव 4 से

अच्छी व सार्थक फिल्मों के शौकीनों के लिए खुशखबरी है। द्वितीय पटना फिल्मोत्सव चार दिसंबर से शुरू हो रहा है । कालिदास रंगालय में तीन दिनों तक चलने वाले इस फिल्मोत्सव में छोटी-बडी 14 फिल्में दिखायी जाएंगी। यह फिल्मोत्सव महिला शताब्दी वर्ष को समर्पित होगा। आखिरी दिन छह दिसंबर को चार महिला निर्देशकों की फिल्में दिखायी जाएंगी। इस वर्ष की सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म ‘कुप्ती स्रैंक ’ से फिल्मोत्सव का पर्दा उठेगा। जन संस्कृति मंच (जसम) व हिरावल की ओर से इस फि ल्मोत्सव का आयोजन किया जा रहा है । जसम के सचिव संतोष झा ने बताया कि सर्वश्रेष्ठ निदेशक का राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके व बेहतरीन कै मरामैन के रूप में चर्चित शाजी एन.करुण इस उत्सव का उद्घाटन करेंगे। पहले दिन उनकी ही फिल्म से उत्सव शुरू होगा। फिल्म प्रदर्शन के बाद वे दर्शकों से मुखातिब होंगे। छह दिसंबर को दिल्ली से आयीं फिल्मकार अनुपमा श्रीनिवासन दर्शकों से रू-ब-रू होंगी। फिल्मोत्सव के दूसरे दिन आकर्षण रहेगा नाटक ‘समझौता’ का मंचन। एनएसडी स्नातक प्रवीण गुंजन नाटक के निर्देशक व मानवेन्द्र त्रिपाठी नायक होंगे। इसकी तैयारी को लेकर एक बैठक हुई, जिसमें स्वागत समिति का गठन भी हुआ। समिति की अध्यक्ष मीरा मिश्रा होंगी। सदस्यों में फिल्म निर्देशक गिरीश रंजन, आरएन दास, भारती एस. कु मार, डे जी नारायण, प्रीति सिन्हा, डा. विनय कुमार, प्रतिभा, डा. एनके चौधरी, अरशद अजमल, अरुण कुमार सिन्हा, डा. सत्यजीत, उषा किरण खां, कुणाल, अग्निपुष्प, शेखर, कर्मेंदु शिशिर व अशोक शामिल हैं (हिंदुस्तान,पटना,30.11.2010)

Friday, November 26, 2010

क्षेत्रीय फ़िल्म निर्माताओं को लुभाएगा गोवा

बॉलीवुड निर्देशकों को लुभाने के बाद गोवा अब क्षेत्रीय फिल्म निर्माताओं को अपनी ओर रिझाने के लिए भी तैयार हैं। एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवाज (ईएसजी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि क्षेत्रीय फिल्म निर्माता आम तौर पर अपने प्रदेश के क्षेत्रों को ही प्राथमिकता देते हैं और गोवा की तरफ नहीं देखते। उन्होंने कहा कि कई मराठी फिल्मों की शूटिंग गोवा में हुई है, पर प्रदेश कभी भी दक्षिण की फिल्मों में नहीं दिखाई दिया। श्रीवास्तव ने कहा, हमें गोवा के बाहर के फिल्म निर्माताओं तक अपनी आर्थिक योजनाएं पहुंचानी होंगी और हम ऐसा कर रहे हैं। प्रदेश में पिछले दिनों गुजारिश, खेलें हम जी जान से, गोलमाल 3 और प्लेयर्स की शूटिंग हुई है। पिछले कुछ सालों के दौरान गौवा फिल्मों के लिहाज से एक महत्वपूर्ण स्थल बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि कई विदेशी फिल्मों की शूटिंग भी गोवा में हो चुकी है। इससे अलग, कम से कम 40 से 50 बड़ी फिल्मों और वृत्तचित्रों को यहां शूट किया जा चुका है। श्रीवास्तव ने जोड़ा कि बर्फबारी को छोड़ दिया जाए तो यहां सब कुछ मौजूद है, यहां तक कि आप यहां कृत्रिम रेगिस्तान का भी आसानी से सेट बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि कलात्मक निर्माण के नजरिए से देखें तो यहां कई किले, पुर्तगालियों के समय के घर, बंगले, नदियों के पुल, मल्टिप्लेक्स, स्टेडियम, लाइट हाउस सब कुछ है। एक दिवसीय सेमीनार के दौरान सर्विस एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के महानिदेशक राजेश शर्मा, नोमाद फिल्म्स के जुनैद मेनन, केएएस मूवी मेकर्स के कल्याण मुखर्जी ने भी अपनी प्रेजेंटेशन प्रस्तुत कीं। मुखर्जी ने कहा कि स्वीकृति के बिना गिरिजाघरों जैसी जगहों पर शूटिंग करना बेहद कठिन होता है। उन्होंने कहा कि सिर्फ ईएसजी ही ऐसी जगहों के लिए समझौते करता है मगर अंदर की शूटिंग करने के फिल्म निर्माताओं को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ता है(दैनिक जागरण,राष्ट्रीय संस्करण,25.11.2010 में पणजी से रिपोर्ट)।

Thursday, November 25, 2010

मुंबई में बनेगा भारतीय सिनेमा संग्रहालय

भारतीय सिनेमा के 100 साल पूरे होने पर वर्ष 2013 तक एक ऐसा संग्रहालय अस्तित्व में आ जाएगा, जिसमें सिनेमा से जुड़े सभी पहलुओं को दर्शाया जाएगा। एक अधिकारी ने बताया कि संग्रहालय में फिल्म अधिकारों से लेकर, स्क्रिप्ट,सेट डिजाइनिंग, मोनोग्राफ और यहां तक कि फिल्म पत्रिकाओं तक को स्थान दिया जाएगा।

फिल्म डिवीजन्स के निदेशक कुलदीप सिन्हा ने भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के दौरान संवाददाताओं को बताया कि परियोजना की लागत करीब 110 करोड़ रुपए होगी। इसका उद्घाटन दादा साहब फाल्के की वर्ष 1913 में आई फिल्म राजा हरिश्चंद्र के 100 वर्ष पूरे होने पर होगा।

सिन्हा ने कहा कि पिछले 60 वर्षों के दौरान बनाई गई फिल्मों के वेब संस्करण शीघ्र ही तैयार कर लिए जाएंगे। करीब 5000 फिल्में ऑनलाइन खरीदने और डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध होंगी।

सिन्हा ने यह भी बताया कि डिवीजन ने नेशनल फिल्म डिवीजन कारपोरेशन (एनएफडीसी) के साथ वृत्तचित्रों की मार्केटिंग के लिए एक समझौता किया है(दैनिक भास्कर,मुंबई,24.11.2010)।

Monday, November 22, 2010

फिल्मों ने बना दिया हीरो : चेतन भगत

लेखक चेतन भगत कहते हैं कि उनकी किताबों पर बनी फिल्मों ने लोगों तक उनकी पहुंच बढ़ा दी है। उनकी दो किताबों पर फिल्में बन चुकी हैं, तीसरी किताब पर काम हो रहा है और अगले साल उनकी चौथी किताब पर फिल्म बनेगी।

सलमान खान अभिनीत 'हेलो' भगत की किताब 'वन नाइट एट द कॉल सेंटर' पर आधारित है। राजकुमार हीरानी के निर्देशन में बनी और आमिर खान, आर. माधवन, शरमन जोशी व करीना कपूर की मुख्य भूमिकाओं से सजी '3 इडियट्स' भगत की किताब 'फाइव प्वाइंट समवन' पर आधारित है।

भगत ने कहा, "मेरी कहानियां बेहद भारतीय, मध्यवर्गीय, मजेदार, साधारण है, शायद इसीलिए बॉलीवुड इन कहानियों को अपना रहा है। '3 इडियट्स' की सफलता ने बता दिया है कि इन कहानियों पर सफलतापूर्वक फिल्में बनाई जा सकती हैं। इसीलिए ऐसा हो रहा है और यह मेरे लिए अच्छा है क्योंकि मैं ज्यादा से ज्यादा भारतीयों तक पहुंचना चाहता हूं लेकिन मैं अंग्रेजी में लिखता हूं यदि मैं हिंदी में लिखूं तो मेरी पहुंच और भी बढ़ जाएगी।"

निर्माता साजिद नाडियावाला ने भगत की तीसरी किताब '2 स्टेट्स: द स्टोरी ऑफ माई मैरिज' पर फिल्म बनाने में रुचि दिखाई है। यह किताब तमिलनाडु की एक लड़की और एक पंजाबी लड़के के प्रेम की कहानी है। उनके माता-पिता इस रिश्ते को स्वीकार कर लें इसके लिए वे हर सम्भव प्रयास करते हैं।

भगत को इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि वह 'टाइम' पत्रिका की इस साल की दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली हस्तियों की सूची में शामिल होंगे।

वह कहते हैं कि यह अद्भुत था क्योंकि उन्हें इसकी जरा भी उम्मीद नहीं थी।

भगत फिल्म के लिए पटकथा लिखने की सम्भावना से इंकार नहीं करते हैं। वह कहते हैं, "शायद मैं एक पटकथा लिखूं। यह इसके लिए प्रस्ताव आने पर निर्भर करता है। यदि ऐसा होता है तो मैं इस पर विचार कर सकता हूं लेकिन मैं इसके प्रति आश्वस्त नहीं हूं।"
(भास्करडॉटकॉम,22.11.2010)

Thursday, November 18, 2010

मुंबई में 4 दिसंबर से फ्रांसीसी फ़िल्मोत्सव

समकालीन फ्रांसीसी सिनेमा के विभिन्न पहलुओं से भारतीय दर्शकों एवं फिल्मकारों को अवगत कराने के उद्देश्य से फ्रांसीसी सिनेमा का महोत्सव 4 दिसंबर से मुंबई में आयोजित होने जा रहा है। चार दिनों तक चलने वाले इस तीसरे महोत्सव के दौरान मेट्रो बिग सिनेमा (धोबीतलाव) और फन सिनेमा (अंधेरी वेस्ट) में कुल सात फ्रांसीसी फिल्में दिखाई जाएंगी, जिनमें 'हार्टब्रेकर', 'ऑफ गॉड ऐंड मैन' और 'पोसिचे' प्रमुख हैं।

इस उत्सव का आयोजन भारत स्थित फ्रांसीसी दूतावास और यूनीफ्रांस ने मिलकर किया है ताकि भारत और फ्रांस कला, संस्कृति और सिनेमा के क्षेत्र में भी एक दूसरे के करीब आ सकें। फ्रांसीसी सरकार चाहती है कि फिल्म फ्रांसीसी फिल्मों के प्रचार-प्रसार के लिए भारत-फ्रांस सहयोग से निर्माण एवं वितरण का सशक्त मंच तैयार किया जाए। परस्पर सद्भाव को बढ़ावा देने और कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए अमिताभ बच्चन तथा शाहरुख खान सर्वोच्च फ्रांसीसी सम्मान से नवाजे जा चुके हैं।

गौरतलब है कि फ्रांस में भारतीय सिनेमा ने भी हाल के सालों में दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी है। कान फिल्म फेस्टिवल में संजय लीला भंसाली की 'देवदास' तथा देव आनंद की 'गाइड' को काफी सराहना मिली थी। पेरिस में 'ऐन इवनिंग इन पैरिस' सहित कई हिंदी फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है और आइफल टॉवर से भारतीय दर्शक अब अच्छी तरह परिचित हैं। मकबूल फिदा हुसेन भी अपनी एक फिल्म की शूटिंग पैरिस में कर चुके हैं। बॉलिवुड के फिल्मकारों का मानना है कि मुंबई में फ्रांसीसी सिनेमा का महोत्सव दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक सहयोग को और मजबूत करेगा(नवभारत टाइम्स,मुंबई,18.11.2010)।

Friday, November 12, 2010

चार साल में 136 अरब रुपए का हो जाएगा भारतीय फिल्मोद्योग

भारतीय फिल्मोद्योग वर्ष 2014 तक बढ़कर 136.7 अरब रुपए का हो जाएगा। इससे उत्साहित सूचना-प्रसारण मंत्रालय गोवा में होने वाले अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में ‘फिल्म वित्त व्यवस्था’ पर विशेष सत्र आयोजित करने जा रहा है। इसमें देशी-विदेशी फिल्म फाइनेंसरों को भारतीय फिल्म उद्योग में पैसा लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। साथ ही उन्हें भारत में विभिन्न जगहों पर शूटिंग के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

यह फिल्म महोत्सव गोवा में 22 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच आयोजित होने जा रहा है। मंत्रालय को अगले चार साल में घरेलू फिल्म उद्योग के 9 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। इसके मुताबिक, इसका आकार वर्ष 2009 के 104.4 अरब रुपए के मुकाबले 2014 में 136.7 अरब रुपए तक बढ़ने का अनुमान है।


क्या होगा फायदा :
मंत्रालय का मानना है कि इस पहल से न सिर्फ फिल्म उद्योग में अपराध जगत का पैसा लगने से रोक लगेगी, बल्कि देशभर में सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों का डिजिटलीकरण संभव होगा, जिससे पायरेसी पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। एक अधिकारी के मुताबिक, ‘जब नजदीकी सिनेमा हॉल में डिजिटल फिल्म कम कीमत पर उपलब्ध होगी तो लोग नकली सीडी खरीदने नहीं जाएंगे।’
(संतोष ठाकुर,भास्कर डॉटकॉम,12.11.2010)

Wednesday, November 10, 2010

16वें कोलकाता फिल्मोत्सव का शुभारंभ

प्रसिद्ध कैमरामैन रामानंद सेनगुप्ता ने आज नंदन प्रेक्षागृह में 16 वें कोलकाता फिल्मोत्सव (10 से 17 नवंबर) का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि फिल्मोत्सव से नयी पीढ़ी के निर्देशकों का मनोबल बढ़ता है। राज्य सरकार को चाहिए कि वह नये निर्देशकों द्वारा निर्मित फिल्मों को निगम के अधीन सिनेमाघरों में दिखाने की व्यवस्था करे। श्री सेनगुप्ता ने आज की बांग्ला फिल्मों पर चिंता जाहिर की, और कहा कि पहले हिन्दी व दक्षिण भारतीय फिल्में बांग्ला से प्रभावित होती थीं लेकिन आज बांग्ला फिल्में ही नकल की शिकार हो गयी हैं। जाने-माने फिल्मकार तरुण मजूमदार ने कहा कि आज दो बड़ी खुशी एक साथ मनाने का मौका है। पहला यह है कि नंदन के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं और दूसरा 16 वें फिल्मोत्सव का शुभारंभ हो रहा है। हमें नंदन को विकार से बचाने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए। मशहूर फिल्मकार मृणाल सेन ने कहा कि फिल्मोत्सव से हम कुछ ग्रहण करें, क्योंकि यह हमारे लिए उत्सव है। मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने कहा कि नयी पीढ़ी के निर्देशकों को आगे आना चाहिए। देश-दुनिया की जितनी भी विचारधारा हैं, हमें सबका सम्मान करना चाहिए। हमारी कोशिश रहती है कि हम अधिक से अधिक फिल्म दिखायें लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है। उन्होंने कहा कि इस बार जापानी फिल्मकार कुरुसोवा, कविगुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर की कृतियों पर आधारित फिल्म व सत्यजीत राय की डेक्यूमेंट्री सिक्किम आकर्षण के केन्द्र में है। स्वागत भाषण प्रसिद्ध अभिनेता सौमित्र चटर्जी ने किया। समारोह में सूचना व संस्कृति राज्यमंत्री अंजन बेरा, मुख्य सचिव समर घोष व नंदन के वरिष्ठ पदाधिकारी नीलांजन चट्टोपाध्याय व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे(दैनिक जागरण संवाददाता,कोलकाता,10.11.2010)।

Saturday, November 6, 2010

अपनी आवाज पर कॉपीराइट चाहते हैं बिग बी

बॉलिवुड के महानायक अमिताभ बच्चन अपनी आवाज को कॉपीराइट कानून के अतंर्गत सुरक्षित करवाना चाहते हैं ताकि लोग मनमाने ढंग से उसकी नकल न कर सकें। उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा है कि इस बारे में वह काफी पहले से सोच रहे थे और अब इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।

बिग बी ने लिखा है कि पिछले दिनों यह जानकर वह हैरत में पड़ गए कि किसी गुटका कंपनी ने अपने विज्ञापन में उनकी आवाज की नकल का इस्तेमाल किया है। उन्होंने बताया कि उनके ब्लॉग पर ही किसी पाठक ने उन्हें यह जानकारी दी थी। बिग बी ने लिखा है, ' यह अनैतिक और गलत है। इससे मेरी छवि भी खराब होती है। '

गौरतलब है कि अमिताभ बच्चन तंबाकू उत्पादों का विज्ञापन नहीं करते। उन्होंने लिखा है, ' सिगरेट और तंबाकू से दूर रहनेवाले और इनके उत्पादों को प्रचारित न करने वाले व्यक्ति के लिए यह बात सचमुच घिनौनी है कि कोई देश के कानून और नैतिकता के नियमों की इस तरह धज्जियां उड़ा रहा है। '(नवभारत टाइम्स,मुंबई,6.11.2010)

Wednesday, October 27, 2010

झज्जर में खुलेगा फिल्म इंस्टीट्यूट

व्हिस्लिंग वुड्स इंटरनेशनल, इंस्टीटच्यूट फार फिल्म टेलीविजन एनीमेशन एंड मीडिया आर्ट्स,मुंबई हरियाणा के झज्जर में अपना एक और इंस्टीच्यूट खोलेगा। यह जानकारी फिल्म निदेशक एवं व्हिस्लिंग वुड्स इंटरनेशनल के चेयरमैन सुभाष घई ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को व्हिस्लिंग वुड्स इंटरनेशनल मुंबई में बातचीत करते हुए दी है।

हुड्डा इस संस्थान की फिल्म निर्माण तकनीक, पाठ्यक्रम संरचना एवं सुविधाओं से भी प्रभावित हुए। इससे पूर्व घई ने इंस्टीच्यूट पहुंचने पर मुख्यमंत्री हुड्डा का अभिनंदन किया। इस अवसर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव छतर सिंह एवं मीडिया सलाहकार शिव भाटिया भी उपस्थित थे।

हुड्डा ने व्हिस्लिंग वुड्स इंटरनेशनल को एक बेहतरीन संस्थान बताया। उन्होंने कहा कि घई समय से आगे चल रहे है और उनके संस्थान से न केवल हरियाणा अपितु आसपास के राज्यों को भी लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि आज असली दौड़ शिक्षा के क्षेत्र में है और आने वाले समय में वहीं क्षेत्र एवं समाज आगे बढ़ेगा, जो गुणवत्तापरक शिक्षा में आगे होगा। घई ने हुड्डा की उनकी शिक्षा के क्षेत्र एवं अन्य क्षेत्रों में दूरदर्शी सोच के लिए सराहना की।

उन्होंने मुख्यमंत्री को विश्वास दिलाया कि झज्जर के 20 एकड़ भूमि पर स्थापित होने वाले इस संस्थान का विशाल परिसर फिल्म तकनीक एवं मीडिया के क्षेत्र में गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराएगा। घई ने कहा कि यह संस्थान हरियाणा के साथ लगते राज्यों की आवश्यकताओं को भी पूरा करेगा।

उन्होंने कहा कि यह संस्थान दो वर्ष के अंदर-अंदर स्थापित कर लिया जायेगा और इसमें 100 करोड़ रुपये का निवेश किया जायेगा। इस संस्थान में फिल्म, टेलीविजन, रेडियो, इंटरनेट, व्यवसाय प्रबंधन, फैशन तथा मनोरंजन व्यवसायों से संबद्ध अन्य सभी पाठ्यक्रम उपलब्ध होंगे।

व्हिस्लिंग वुड्स इंटरनेशनल को फिल्म, टेलीविजन, एनीमेशन तथा मीडिया आर्ट्स के क्षेत्र में एशिया का सबसे बड़ा संस्थान माना गया है, जो फिल्म एवं टेलीविजन के सभी तकनीकी एवं सृजनात्मक पहलुओं पर विश्व स्तरीय शिक्षा उपलब्ध करवा रहा है। इस संस्थान में इस क्षेत्र में 10 से 30 महीनों की अवधि के विभिन्न पाठ्यक्रम चलाये जा रहे है। यह संस्थान सुभाष घई, मुक्ता आर्ट्स लिमिटेड एवं फिल्म सिटी, मुंबई द्वारा संचालित किया जा रहा है।

इस संस्थान में राकेश मेहरा, विशाल भारद्वाज, आशुतोष गावरेकर, फरहान अख्तर, अशोक अमृतराज, श्याम बेनेगल, फराह खान, नसीरूद्दीन शाह, पंकज कपूर, रतना पाठक साहा, डेनी बोएले, राज कुमार हिरानी, नागेश कुकुनूर के अतिरिक्त कई अन्य जाने माने कलाकार इसमें नियमित अतिथि प्राध्यापक के रूप में अपनी सेवाएं देंगे। इस संस्थान से उत्तीर्ण होने वाले वर्तमान में बालाजी टेलीफिल्म्स, चैनल-31 आस्ट्रेलिया, धर्म प्रोडक्शन, एक्सल एंटरटेनमेंट, 20वीं सेंचुरी फॉक्स इंडिया, मुक्ता आर्ट्स लिमिटेड, पापरी खास स्टूडियो, प्रणा स्टूडियो, रेड चिली एंटरटेनमेंट, स्पाइस एंटरटेनमेंट, वॉकवाटर फिल्म्स एवं कई अन्य मनोरंजन संस्थानों ने कार्य कर रहे है(दैनिक भास्कर,चंडीगढ़,27.10.2010)।

Monday, October 25, 2010

तीन टाकीजों में कल से छत्तीसगढ़ी फिल्में मुफ्त

के 10वें स्थापना वर्ष पर राज्य शासन छत्तीसगढ़ी फिल्मोत्सव का आयोजन कर रहा है। 26 अक्टूबर से 1 नवंबर तक रोजाना छत्तीसगढ़ी फिल्में मुफ्त दिखाई जाएंगी। शहर की तीन टाकीजों में इनका प्रदर्शन होगा। इसमें से एक टाकीज में रोजाना चार शो निशुल्क चलेंगे।

सप्ताह भर में कुल 36 सदाबहार फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग ने इसका आयोजन किया है। मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और संस्कृति मंत्री के मार्गदर्शन में इनका प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रभात टाकीज में 26 अक्टूबर से 1 नवंबर तक कुल 28 फिल्में दिखाई जाएंगी। सातों दिन रोजाना चार शो दिखाए जाएंगे।

राज टाकीज में रोज सुबह 9.30 से दोपहर 12 बजे तक छत्तीसगढ़ी फिल्म दिखाई जाएगी। श्याम टाकीज में 26 अक्टूबर को 9.30 से 12 बजे तक एक फिल्म का प्रदर्शन होगा। वहां मोर छइहां भुइयां फिल्म दिखाई जाएगी।

संस्कृति विभाग के आयुक्त के मुताबिक दर्शकों को फिल्में मुफ्त दिखाई जाएंगी। प्रदेश में फिल्म उद्योग फल-फूल रहा है। यहां के कलाकारों को इनके माध्यम से रोजगार और अवसर मिल रहा है। इसे प्रोत्साहित करने के लिए फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है(दैनिक भास्कर,रायपुर,25.10.2010)।

प्रतिरोध के सिनेमा का नैनीताल फिल्म समारोह 29 से

प्रतिरोध के सिनेमा को परदा मुहैया कराने वाला दूसरा नैनीताल फिल्म समारोह 29 से 31 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा। आयोजकों ने सोमवार को बताया कि नैनीताल क्लब के शैले हाल में आयोजित इस तीन दिवसीय समारोह में कुल तीन फीचर और लगभग 15 डाक्यूमेंटरी फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। किसी प्रायोजक के सहयोग के बिना आयोजित इस समारोह में हिस्सा लेने के लिए टिकट या पास की जरूरत नहीं होगी।

यह जन संस्कृति मंच के फिल्म समूह (द ग्रुप) प्रतिरोध के सिनेमा का 15 वां समारोह होगा। इससे पहले ए समारोह गोरखपुर में पांच, लखनऊ में तीन, भिलाई में दो और इलाहाबाद, पटना, बरेली और नैनीताल में एक बार आयोजित किए जा चुके हैं। गिर्दा और निर्मल पांडे की याद में आयोजित इस समारोह में दिखाई जाने वाली फीचर फिल्में बेला नेगी की दाएं या बाएं, परेश कामदार की खरगोश और संकल्प मेश्राम की छुटकन की महाभारत होगी।

समारोह में वसुधा जोशी की तीन डाक्यूमेंटरी फिल्मों अल्मोडियाना, फार माया और वायसेस फ्राम बलियापाल का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा गिर्दा और निर्मल पांडे पर प्रदीप पांडे, मोहन जोशी और प्रदीप दास की लघु फिल्में भी दिखाई जाएंगी। इसमें दिखाई जाने वाली अन्य डाक्यूमेंटरी फिल्में होंगी, संजय काक की जश्ने आजादी, अजय भारद्वाज की कित्ते मिल वे माही, देवरंजन सारंगी की हिन्दू टू हिंदुत्व, अनुपमा श्रीनिवासन की आई वंडर और अजय टी जी की अंधेरे से पहले। फिल्मकारों के साथ सीधे संवाद के अलावा इस समारोह में उत्तराखंड में हाल में हुई प्राकृतिक आपदा पर फोटो पत्रकार जयमित्र बिष्ट की तस्वीरों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी(हिंदुस्तान,25.10.2010)।

Friday, October 22, 2010

त्योहारी सीजन में हिंदी सिनेमा के ४०० करोड़ दांव पर

हिंदी सिनेमा में दशहरा से शुरू होने वाले बॉक्स ऑफिस धमाल के इस बार फुस्स होने से दीवाली से लेकर क्रिसमस तक रिलीज होने वाली फिल्मों के निर्माताओं की जान सांसत में अटकी हुई है।

इस दौरान ऐश्वर्य राय से लेकर करीना कपूर और अक्षय कुमार से लेकर ऋतिक रोशन, इमरान खान, अभिषेक बच्चन और अजय देवगन की शोहरत का इम्तिहान होना है। एक अनुमान के मुताबिक इस त्योहारी सीजन में हिंदी सिनेमा के करीब ४०० करोड़ रुपए दांव पर हैं।

दशहरा के ठीक पहले इमरान हाशमी की फिल्म कू्रक व ऋषि कपूर व नीतू सिंह की फिल्म दो दूनी चार और इसके बाद संजय दत्त और अजय देवगन जैसे सितारों की नॉक आउट और आक्रोश के फ्लॉप हो जाने से हिंदी सिनेमा के निर्माताओं और वितरकों में इन दिनों अफरातफरी का माहौल है। कभी टी सीरीज की आंखों की तारा रहे हिमेश रेशमिया की करोड़ों की फिल्म कजरारे को मुंबई और पुणे के बस दो सिनेमाघरों में ही रिलीज हो पाने से भी फिल्म जगत की खस्ता हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है। इन पांच फिल्मों के न चलने से ही हिंदी सिनेमा को करीब १०० करोड़ का नुकसान हो चुका है। अब शुक्रवार को एक साथ चार फिल्में रक्त चरित्र १, हिस्स, दस तोला और झूठा ही सही रिलीज हो रही हैं। इन फिल्मों पर इनके निर्माताओं ने करीब ५० करोड़ रुपए खर्च किए हैं।

हिंदी सिनेमा के सितारों की शोहरत का असली इम्तिहान अगले हफ्ते होने ५ नवंबर को होने वाला है। करीब सौ करोड़ की लागत से बनी अजय देवगन व करीना कपूर की गोलमाल ३ और अक्षय कुमार और ऐश्वर्य राय की ऐक्शन रीप्ले के कारोबार से अक्षय कुमार का भविष्य तो तय होना ही है, इन फिल्मों से थ्री इडियट्स और रोबोट की कामयाबी के बाद नंबर वन की दावेदारी के लिए करीना और ऐश्वर्य के बीच चल रहे मुकाबले का फाइनल भी तय होना है। दीवाली के इन धमाकों के दो हफ्ते बाद १६ नवंबर को ऐश्वर्य राय एक बार फिर ऋतिक रोशन के साथ फिल्म गुजारिश में अपनी कामयाबी की गुजारिश करती दिखेंगी जबकि राम गोपाल वर्मा इसी दिन अपनी महात्वाकांक्षी फिल्म रक्त चरित्र का दूसरा हिस्सा रिलीज करेंगे।

करीब सौ करोड़ के दांव वाली इन फिल्मों की रिलीज के बाद इमरान खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म ब्रेक के बाद, अभिषेक बच्चन की फिल्म खेलेंगे हम जी जान से, अजय देवगन की फिल्म टूनपुर का सुपरहीरो और अक्षय कुमार और कैटरीना की फिल्म तीसमार खां पर भी करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपए दांव पर लगे हैं(नई दुनिया,दिल्ली,22.10.2010 में मुंबई से पंकज शुक्ल की रिपोर्ट)।