बिहार को मूलतः भोजपुरी फिल्मों के लिए ही जाना जाता है। वर्ष के हिसाब से मैथिली फिल्मों का इतिहास भी वहां बहुत पुराना है मगर संख्या के लिहाज से मैथिली फिल्मों की संख्या बहुत थोड़ी है। अभी पिछले दिनों ही अंगपुत्र फिल्म की खबर इस ब्लॉग पर विस्तार से दी गई जो अंगिका भाषा की पहली फिल्म है। अब एक नई शुरूआत यह हुई है कि बिहार में हिंदी फिल्म बनने जा रही है। जो दिल में आ जाए नामक इस फिल्म के निर्माता अमित कुमार विरला और निर्देशक महेश कुमार झा-दोनों मधेपुरा जिले के हैं। श्री विरला इससे पहले बांगला में मदर और आई लव यू नाम की दो फिल्में बना चुके हैं। उन्होंने कहा है कि वे इस हिंदी फिल्म की ज्यादातर शूटिंग बिहार में ही करेंगे और इसमें संगीत पक्ष पर ज्यादा ज़ोर दिया जाएगा। उन्होंने फिल्म में बिहार और झारखंड के कलाकारों को पूरा मौका देने की बात भी कही है। फिल्म के अगले साल मार्च में रिलीज होने की संभावना है। इस ब्लॉग पर केवल ऐसी ख़बरें लेने की कोशिश है जिनकी चर्चा कम हुई है। यह बहुभाषी मंच एक कोशिश है भोजपुरी और मैथिली फ़िल्मों से जुड़ी ख़बरों को भी एक साथ पेश करने की। आप यहां क्रॉसवर्ड भी खेल सकते हैं।
Monday, April 26, 2010
बिहार की पहली हिंदी फिल्मः "जो दिल में आ जाए"
बिहार को मूलतः भोजपुरी फिल्मों के लिए ही जाना जाता है। वर्ष के हिसाब से मैथिली फिल्मों का इतिहास भी वहां बहुत पुराना है मगर संख्या के लिहाज से मैथिली फिल्मों की संख्या बहुत थोड़ी है। अभी पिछले दिनों ही अंगपुत्र फिल्म की खबर इस ब्लॉग पर विस्तार से दी गई जो अंगिका भाषा की पहली फिल्म है। अब एक नई शुरूआत यह हुई है कि बिहार में हिंदी फिल्म बनने जा रही है। जो दिल में आ जाए नामक इस फिल्म के निर्माता अमित कुमार विरला और निर्देशक महेश कुमार झा-दोनों मधेपुरा जिले के हैं। श्री विरला इससे पहले बांगला में मदर और आई लव यू नाम की दो फिल्में बना चुके हैं। उन्होंने कहा है कि वे इस हिंदी फिल्म की ज्यादातर शूटिंग बिहार में ही करेंगे और इसमें संगीत पक्ष पर ज्यादा ज़ोर दिया जाएगा। उन्होंने फिल्म में बिहार और झारखंड के कलाकारों को पूरा मौका देने की बात भी कही है। फिल्म के अगले साल मार्च में रिलीज होने की संभावना है।
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चलिए साहब इस क्षेत्र में भी हम आगे बढ़ेंगे। अच्छी ख़बर।
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