प्रसिद्ध कैमरामैन रामानंद सेनगुप्ता ने आज नंदन प्रेक्षागृह में 16 वें कोलकाता फिल्मोत्सव (10 से 17 नवंबर) का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि फिल्मोत्सव से नयी पीढ़ी के निर्देशकों का मनोबल बढ़ता है। राज्य सरकार को चाहिए कि वह नये निर्देशकों द्वारा निर्मित फिल्मों को निगम के अधीन सिनेमाघरों में दिखाने की व्यवस्था करे। श्री सेनगुप्ता ने आज की बांग्ला फिल्मों पर चिंता जाहिर की, और कहा कि पहले हिन्दी व दक्षिण भारतीय फिल्में बांग्ला से प्रभावित होती थीं लेकिन आज बांग्ला फिल्में ही नकल की शिकार हो गयी हैं। जाने-माने फिल्मकार तरुण मजूमदार ने कहा कि आज दो बड़ी खुशी एक साथ मनाने का मौका है। पहला यह है कि नंदन के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं और दूसरा 16 वें फिल्मोत्सव का शुभारंभ हो रहा है। हमें नंदन को विकार से बचाने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए। मशहूर फिल्मकार मृणाल सेन ने कहा कि फिल्मोत्सव से हम कुछ ग्रहण करें, क्योंकि यह हमारे लिए उत्सव है। मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने कहा कि नयी पीढ़ी के निर्देशकों को आगे आना चाहिए। देश-दुनिया की जितनी भी विचारधारा हैं, हमें सबका सम्मान करना चाहिए। हमारी कोशिश रहती है कि हम अधिक से अधिक फिल्म दिखायें लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है। उन्होंने कहा कि इस बार जापानी फिल्मकार कुरुसोवा, कविगुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर की कृतियों पर आधारित फिल्म व सत्यजीत राय की डेक्यूमेंट्री सिक्किम आकर्षण के केन्द्र में है। स्वागत भाषण प्रसिद्ध अभिनेता सौमित्र चटर्जी ने किया। समारोह में सूचना व संस्कृति राज्यमंत्री अंजन बेरा, मुख्य सचिव समर घोष व नंदन के वरिष्ठ पदाधिकारी नीलांजन चट्टोपाध्याय व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे(दैनिक जागरण संवाददाता,कोलकाता,10.11.2010)।
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