भारतीय सिनेमा के 100 साल पूरे होने पर वर्ष 2013 तक एक ऐसा संग्रहालय अस्तित्व में आ जाएगा, जिसमें सिनेमा से जुड़े सभी पहलुओं को दर्शाया जाएगा। एक अधिकारी ने बताया कि संग्रहालय में फिल्म अधिकारों से लेकर, स्क्रिप्ट,सेट डिजाइनिंग, मोनोग्राफ और यहां तक कि फिल्म पत्रिकाओं तक को स्थान दिया जाएगा।
फिल्म डिवीजन्स के निदेशक कुलदीप सिन्हा ने भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के दौरान संवाददाताओं को बताया कि परियोजना की लागत करीब 110 करोड़ रुपए होगी। इसका उद्घाटन दादा साहब फाल्के की वर्ष 1913 में आई फिल्म राजा हरिश्चंद्र के 100 वर्ष पूरे होने पर होगा।
सिन्हा ने कहा कि पिछले 60 वर्षों के दौरान बनाई गई फिल्मों के वेब संस्करण शीघ्र ही तैयार कर लिए जाएंगे। करीब 5000 फिल्में ऑनलाइन खरीदने और डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध होंगी।
सिन्हा ने यह भी बताया कि डिवीजन ने नेशनल फिल्म डिवीजन कारपोरेशन (एनएफडीसी) के साथ वृत्तचित्रों की मार्केटिंग के लिए एक समझौता किया है(दैनिक भास्कर,मुंबई,24.11.2010)।
yeh to achchi khabar hai :-)
ReplyDeleteअच्छा लगा जानकर..... धन्यवाद
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