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Thursday, February 18, 2010

जावेद के साथ विवाद के बाद आमिर का इस्तीफ़ा

(नई दुनिया,दिल्ली,18.2.2010)
अभिनेता आमिर खान ने कॉपीराइट एक्ट में प्रस्तावित संशोधनों पर गौर करने के लिए केंद्र द्वारा हाल में गठित 10 सदस्यीय समिति से इस्तीफा दे दिया है। इस समिति में निर्माता मुकेश भट्ट, गीतकार जावेद अख्तर, पटकथा लेखक अंजुम और निर्देशक विशाल भारद्वाज भी शामिल हैं। आमिर ने कल केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल को भेजे पत्र में नाराजगी जताते हुए कहा कि वे इन आरोपों से परेशान हैं कि पैसा कमाने की खातिर वे इस समिति में शामिल हुए। पत्र में उन्होंने कहा कि वे निष्ठा, ईमानदारी और निष्पक्षता से काम करते हैं। पैसों का लोभ उन्हें कभी आकर्षित नहीं करता। अगर ऐसा होता तो वे साल में केवल एक फिल्म नहीं करते। उन्होंने अपने साथियों और दर्शकों के बीच जो प्यार पाया है वह अपने काम के बल पर पाया है। इसलिए इस तरह के आरोपों ने उन्हें परेशान कर दिया है।सिब्बल ने कहा कि उन्हें खेद है कि आमिर को इस तरह का कदम उठाना पड़ रहा है। लेकिन उन्होंने आमिर के नजरिए को सही भी ठहराया। पत्र में आमिर ने कहा, ‘फिल्म उद्योग में पिछले 26 सालों के दौरान मैंने जानबूझकर कोई गलती नहीं की है। इस तरह की आक्रामकता ने मुझे निराश और दुखी कर दिया है। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि इस समिति से आप मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।’आमिर ने कपिल सिब्बल को लिखे पत्र में कहा कि मुझे ऎसा लगता है कि कुछ लोगों की तरफ से मेरे बारे में झूठ प्रकाशित कर मुझ पर हमला करने की कोशिश हो रही है और इस तरह कॉपीराइट मुद्दों पर वाजिब चर्चा से ध्यान बंटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी गीत की लोकप्रियता गीतकार के प्रयासों पर नहीं, बल्कि उस सितारे पर निर्भर करती है जिस पर इसका फिल्मांकन किया जाता है। इससे जावेद नाराज हुए और कहा कि 'कयामत से कयामत' का गीत 'पापा कहते हैं' उस वक्त हिट हुआ था, जब आमिर ने फिल्मी दुनिया में बस कदम ही रखा था।

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