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Friday, July 23, 2010

जरा देब दुनिया तोहरे प्यार में

अमेरिकन फिल्म तकनीक से बनी तथा कान फिल्मस फेस्टिबल में दिखाई गई भोजपुरी की पहली फिल्म जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में का डंका आज हर तरफ बज रह है। पन फिल्म प्रा. लि. के बैनरतले बनी तथा पवन शर्मा द्वारा निर्मित यह फिल्म हर वर्ग के दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। तभी तो सिर्फ पटना में चार दिनों तक शो हाउसफूल रही। सप्ताह भर का कलेक्शन लगभग तीन लाख रुपए है। जो एक नया रिकार्ड है। इसके अलावा बिहार के अन्य जगहों पर भी कलेक्शन कुछ इसी प्रकार है। फिल्म की कहानी में रवि शंकर गांव का भोला भाला लड़का है जो स्टार बनने का सपना देखता है। और इसी चक्कर में कुछ ना कुछ गलतियां करते रहता है। जिससे उसका भाई कृपाशंकर हमेशा परेशान रहता है। लेकिन भाभी हमेशा उसे बचाते रहती है। रवि की एक शादी में एक संगीत के विद्वान और उनकी बेटी रजनी से मुलाकात होती है। और पहली ही नजर में रवि रजनी का दीवाना हो जाता है, वह किसी तरह चक्कर चलाकर संगीत सिखने के बहाने उनके घर पहुंच जाता है। और कुछ दिन में परिवार के सभी लोगों का दिल जीत लेता है। जब रवि को वहां से चले जाने को कहती है। रवि जाने लगता है तभी रजनी की बहन छुटकी बताती है कि रजनी की सगाई मितवा से बचपन में हो गई है। जो दबंग विधायक खैनी ठाकुर का बेटा है। रवि सबकुछ सुनने के बाद भी वहां से जाने लगता है कि पीछे से रजनी के पिता आते हैं और रवि से गुरु-दक्षिण में रजनी की जिंदगी मांगते हैं और रवि किशन वादा करता है कि वो रजनी की जिंदगी पे आंच नहीं आने देगा। इस बात की खबर मितवा को लगती है तो वो पागलों की तरह दोनों को ढूंढ़ता है। रवि रजनी को अपने घर ले आता है। जब उसके भाइयों को पता चलता है कि वह लड़की को वापस उसके घर छोड़ आने को कहता है। इधर मितवा को पता चलता है कि रवि ने रजनी को अपने घर में छुपा कर रखा है तो वो अपनी पूरी गैंग के साथ घर पर हमला बोलता है। आगे क्या होता है यह जानने के लिए फिल्म देखनी होगी(दैनिक जागरण,पटना,23.7.2010)।

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