बंबई हाई कोर्ट ने फिल्म 'वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई' के प्रदर्शन को ग्रीन सिग्नल दे दिया है। बालाजी टेलिफिल्म्स ने इस बात पर सहमति जताई है कि वह एक वक्तव्य जारी करेगी, जिसमें इस बात का खंडन किया जाएगा कि फिल्म कथित तस्कर हाजी मस्तान के जीवन पर आधारित है।
अदालत का यह फैसला मस्तान के दत्तक पुत्र सुंदर शेखर उर्फ सुलेमान मिर्जा की याचिका पर आया जिसमें 30 जुलाई से इस फिल्म को प्रदर्शित करने पर रोक लगाने की मांग की गई थी।
मिर्जा ने प्रदर्शन से पहले फिल्म को देखने की मांग की थी, ताकि वह यह पता लगा सकें कि उसमें कहीं कुछ अपमानजनक तो नहीं है।
बालाजी टेलिफिल्म्स की ओर से गुरुवार को जारी होने वाले मीडिया वक्तव्य में इस बात का जिक्र रहेगा कि निर्माताओं ने कभी भी किसी के भी समक्ष यह जाहिर नहीं किया कि फिल्म हाजी मस्तान मिर्जा के जीवन पर आधारित है। यह विशुद्ध रूप से काल्पनिक है और इसमें नजर आने वाले किरदार भी काल्पनिक हैं।
सत्र अदालत ने पहले यह निर्देश दिए थे कि फिल्म में खंडन वक्तव्य शामिल किया जाए जिसमें यह कहा गया हो कि फिल्म मस्तान के जीवन पर आधारित नहीं है। मिलन लुथरिया के निर्देशन वाली 'वन्स अपॉन.. ' में अजय देवगन, इमरान हाशमी, कंगना राणावत और प्राची देसाई हैं।
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