राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का एक और पुरस्कार जीतकर आखिरकार अमिताभ बच्चन ने भी हिंदी का नाम ऊंचा कर दिया। अभी तक तमिल फिल्मों के अभिनेता कमल हासन और मलयालम फिल्मों के अभिनेता ममूटी ही ऐसे अभिनेता रहे हैं, जिन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तीन-तीन राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं। फिल्म पा में प्रोजेरिया से पीड़ित एक बच्चे के किरदार ने अमिताभ को उनके ६९वें जन्मदिन से पहले तोहफा दिया है। अमिताभ ने इस पुरस्कार को अपने प्रशंसकों को प्रति समर्पित किया है। अमिताभ के अलावा राजकुमार हीरानी और विधु विनोद चोपड़ा की भी हैट्रिक हुई है जिनकी फिल्म ३ इडियट्स को सर्वश्रेष्ठ मनोरंजक फिल्म का पुरस्कार मिला है। इससे पहले इन दोनों की मुन्ना भाई सीरीज की दोनों फिल्में पुरस्कृत हुई हैं। राजकुमार हीरानी ने इसके लिए दर्शकों का शुक्रिया अदा किया, जबकि चोपड़ा ने इसे अपने प्रोडक्शन हाउस के लिए एक गौरवशाली क्षण बताया। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के ऐलान से पहले ही मुंबई में सुबह से इस बात की चर्चा थी कि क्या १९८३ में पूनमपिराई, १९८८ में नायकन और १९९७ में इंडियन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले कमल हासन एक और पुरस्कार जीतने में कामयाब रहेंगे या फिर १९९० में मथिलुकल व ओरु वडकन वीरगाथा, १९९४ में पोंथनमडा व विधेयन व १९९९ में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके ममूटी देश में चौथी बार ये पुरस्कार जीतने वाले पहले अभिनेता बन जाएंगे। लेकिन, मंगलवार की दोपहर बाद जब दिल्ली में इन पुरस्कारों का ऐलान हुआ तो भीड़ मुंबई में जलसा के बाहर उमड़ी। ६७ साल के एक अभिनेता को १३ साल के एक बच्चे का किरदार निभाने के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया। इसी के साथ अमिताभ पहले ऐसे अभिनेता बन गए हैं जिन्हें हिंदी सिनेमा के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। इससे पहले अमिताभ को १९९१ में फिल्म अग्निपथ और २००६ में ब्लैक के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के दो राष्ट्रीय पुरस्कार मिथुन चक्रवर्ती भी जीत चुके हैं, लेकिन उनका एक पुरस्कार हिंदी फिल्म मृगया के लिए और दूसरा बांग्ला फिल्म तहादेर कथा के लिए है। इस साल राष्ट्रीय पुरस्कारों में अगर प्रोडक्शन हाउस के लिहाज से देखा जाए तो अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस बिग पिक्चर्स ने सबसे ज्यादा १४ राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं, जिसमें शाजी करु की फिल्म कुट्टी श्रांक (सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म समेत पांच पुरस्कार) व श्याम बेनेगल की वेल डन अब्बा (सर्वश्रेष्ठ सामाजिक फिल्म) भी शामिल हैं। राष्ट्रीय एकता के लिए सबसे अच्छी फिल्म का पुरस्कार जीतने वाली दिल्ली ६ के निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने इस मौके पर कहा कि इस पुरस्कार ने सिनेमा के जरिए समाज को जोड़ने की हमारी कोशिश को सहारा दिया है(पंकज शुक्ल,नई दुनिया)।
jaankari ke liye dhanyawad KUMAR JI
ReplyDeleteमित्र एक छोटी सी गलती है। बच्चन साहब का ये चौथा राष्ट्रीय पुरस्कार है।
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