पूरे 25 साल बाद एक बार फिर हरियाणवी फिल्म उद्योग ने अंगड़ाई ली है। हरियाणवी फिल्म उद्योग की ओर से यह एक सुखद समाचार है कि हरियाणा में धूम मचा देने वाली चंद्रावल फिर से हरियाणवी संस्कृति को बड़े पर्दे पर लाने को तैयार हैं।
उम्मीद है कि अगले साल मार्च में चंद्रावल का सीक्वल रिलीज होगा। इसकी शूटिंग इसी साल अक्टूबर में शुरू हो जाएगी। हरियाणवी फिल्मों की सुपर-डूपर हिट कही जाने वाली चंद्रावल में चंद्रावल के रूप में मुख्य भूमिका निभाने वाली ऊषा शर्मा ने ढाई दशक बाद इस फिल्म का सीक्वल बनाने का फैसला किया है। शर्मा इन दिनों हरियाणा कला परिषद की चेयरपर्सन हैं।
चंद्रावल का सीक्वल चंद्रावल-2 के नाम से ही बनाया जाएगा। हालांकि इसका सीधा सा कारण यह भी हो सकता है कि 1984 में रिलीज हुई चंद्रावल के गीत, संगीत और कहानी का जादू हरियाणा में आज भी ऐसा है कि ऊषा शर्मा को उनकी भूमिका के बाद चंद्रावल के नाम से ही जाना जाता है, लेकिन उनका कहना है कि वह सिर्फ उस विषय को आगे बढ़ाना चाहती हैं जो उस समय एक बड़ा सामाजिक मुद्दा था।
चंद्रावल अंतरजातीय प्रेम के विषय पर बनी एक ऐसी सामाजिक फिल्म थी जिसे हरियाणा के गांवों में फिल्म या सिनेमा के नाम को ही नफरत से देखने वाली औरतों ने भी न सिर्फ पसंद किया, बल्कि इसके गीत लोकगीत बने और पनघटों पर गाए गए। पिछले 25 साल में हरियाणा में बदलाव आया है और संस्कृति में भी। ऐसे में यह भी जरूरी हो गया है कि राज्य की बोली और संस्कृति को उसके असली रूप में प्रचारित किया जाए।
फिल्म से हरियाणवी फिल्म उद्योग में नई जान आएगी। हालांकि चंद्रावल के बाद लाडो बसंती, फूल बदन और जाटणी जैसी फिल्में भी बनीं, लेकिन हरियाणवी उद्योग ज्यादा उठ नहीं पाया। इस बार भी फिल्म में संगीत देने का जिम्मा जेपी कौशिक को ही दिया गया है, जिनके संगीत ने चंद्रावल के गीतों को हरियाणवी लोकगीत बना दिया।
देवीशंकर प्रभाकर फिल्मस के बैनर तले बनने जा रही चंद्रावल-2 के लिए हीरो और हीरोइन का चुनाव हरियाणा से ही किया जाएगा। इसके लिए ऑडिशन पंचकूला में ही होगा। यहां यह जानना भी रोचक होगा कि इस फिल्म के लिए हरियाणा सरकार की ओर से कोई सहयोग देने की घोषणा या प्रस्ताव अब तक नहीं आया है। फिल्म की सत्तर फीसदी शूटिंग हरियाणा में होने के कारण फिल्म के लिए सरकार से सहयोग मिलना चाहिए(रवि शर्मा,चंडीगढ़,17.8.2010)।
उम्मीद है कि अगले साल मार्च में चंद्रावल का सीक्वल रिलीज होगा। इसकी शूटिंग इसी साल अक्टूबर में शुरू हो जाएगी। हरियाणवी फिल्मों की सुपर-डूपर हिट कही जाने वाली चंद्रावल में चंद्रावल के रूप में मुख्य भूमिका निभाने वाली ऊषा शर्मा ने ढाई दशक बाद इस फिल्म का सीक्वल बनाने का फैसला किया है। शर्मा इन दिनों हरियाणा कला परिषद की चेयरपर्सन हैं।
चंद्रावल का सीक्वल चंद्रावल-2 के नाम से ही बनाया जाएगा। हालांकि इसका सीधा सा कारण यह भी हो सकता है कि 1984 में रिलीज हुई चंद्रावल के गीत, संगीत और कहानी का जादू हरियाणा में आज भी ऐसा है कि ऊषा शर्मा को उनकी भूमिका के बाद चंद्रावल के नाम से ही जाना जाता है, लेकिन उनका कहना है कि वह सिर्फ उस विषय को आगे बढ़ाना चाहती हैं जो उस समय एक बड़ा सामाजिक मुद्दा था।
चंद्रावल अंतरजातीय प्रेम के विषय पर बनी एक ऐसी सामाजिक फिल्म थी जिसे हरियाणा के गांवों में फिल्म या सिनेमा के नाम को ही नफरत से देखने वाली औरतों ने भी न सिर्फ पसंद किया, बल्कि इसके गीत लोकगीत बने और पनघटों पर गाए गए। पिछले 25 साल में हरियाणा में बदलाव आया है और संस्कृति में भी। ऐसे में यह भी जरूरी हो गया है कि राज्य की बोली और संस्कृति को उसके असली रूप में प्रचारित किया जाए।
फिल्म से हरियाणवी फिल्म उद्योग में नई जान आएगी। हालांकि चंद्रावल के बाद लाडो बसंती, फूल बदन और जाटणी जैसी फिल्में भी बनीं, लेकिन हरियाणवी उद्योग ज्यादा उठ नहीं पाया। इस बार भी फिल्म में संगीत देने का जिम्मा जेपी कौशिक को ही दिया गया है, जिनके संगीत ने चंद्रावल के गीतों को हरियाणवी लोकगीत बना दिया।
देवीशंकर प्रभाकर फिल्मस के बैनर तले बनने जा रही चंद्रावल-2 के लिए हीरो और हीरोइन का चुनाव हरियाणा से ही किया जाएगा। इसके लिए ऑडिशन पंचकूला में ही होगा। यहां यह जानना भी रोचक होगा कि इस फिल्म के लिए हरियाणा सरकार की ओर से कोई सहयोग देने की घोषणा या प्रस्ताव अब तक नहीं आया है। फिल्म की सत्तर फीसदी शूटिंग हरियाणा में होने के कारण फिल्म के लिए सरकार से सहयोग मिलना चाहिए(रवि शर्मा,चंडीगढ़,17.8.2010)।
इन दिनों हरयाणा में हूँ. अच्छी जानकारी दी आपने.
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