57वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के चयन के लिए केन्द्र सरकार ने ज्यूरी का गठन कर दिया है। 2009 के इन पुरस्कारों के चयन के लिए दो ज्यूरी गठित की गई है। एक ज्यूरी फीचर फिल्मों के लिए है और दूसरी गैर-फीचर (डॉक्यूमेंट्री) फिल्मों के लिए। माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक फिल्मों को देखने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और ज्यूरी के सदस्य देश भर से फिल्म निर्माताओं की ओर से पुरस्कारों के लिए भेजी हुई फिल्में देखना शुरू कर देंगे। ‘शोले’ के निर्देशक रमेश सिप्पी को फीचर फिल्मों की ज्यूरी का प्रमुख बनाया गया है जबकि नामी पर्यावरणवादी (और वाइल्ड लाइफ ) फिल्मकार माइक पांडे को गैर-फीचर फिल्मों के लिए गठित ज्यूरी का प्रमुख चुना गया है। इस बार से राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के चयन की प्रक्रिया में भारत सरकार ने व्यापक बदलाव किया है, इसलिए नए नियमों के तहत फिल्मों को चुनने की दो-स्तरीय व्यवस्था होगी। लेकिन नई व्यवस्था के तहत, पाँच क्षेत्रीय ज्यूरी होगी(अमिताभ पाराशर,हिंदुस्तान,दिल्ली,20.8.2010)।
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