भारतीय फिल्मकार सोनिया कृपलानी की द फैब्रिक ऑफ फेथ दुबई में होने वाले तीसरे खाड़ी फिल्मोत्सव में प्रदर्शन के लिए चुनी गई है। यह समारोह 8 से 14 अप्रैल तक चलेगा। सुश्री कृपलानी संयुक्त अरब अमीरात में ही रहती हैं और उनकी यह डॉक्यूमेंट्री उन आठ वृत्तचित्रों में से है जिन्हें इस समारोह में प्रतिस्पर्धा श्रेणी में प्रदर्शन के लिए चुना गया है। यह फिल्म अमीरात की एक महिला के नेतृत्व में हुई खामोश क्रांति को दर्शाती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे संयुक्त अरब अमीरात में अंतर्राष्ट्रीय लक्जरी ब्रांड स्थानीय ब्रांड का सत्यानाश कर रहे हैं। फिल्म हिजाब(पर्दा) से जुड़ी सभी भ्रांतियों को दूर करती है। इस श्रेणी में यूएई के मुनीर इब्राहिम की "टू फ्लाई अ ड्रीम", इराक के हेडी महूद की "कॉलेप्स",ब्रिटेन में रह रहे इराकी निर्देशक फरोक दाउद की "कॉकाब मिन बेबेल",हमीद हद्दाद की "80-82",अब्बास मुतेर की "ड्रीम्स लुक लाइक विंग्स",खालिद अल्झराउ की "टुनाइट,नेक्सट वीक" तथा कुवैत के उदीयमान फिल्मकार तलाल अल मुहान्ना के "डांसिंग ऑन द एज" नामक वृत्तचित्र भी शामिल हैं । शीर्ष तीन पुरस्कारों के लिए प्रविष्टियों का चयन निर्णायक मंडल करेगा जिसमें फिल्मकार और सांस्कृतिक हस्तियां शामिल हैं। बता दें कि यह फिल्म केन्स फिल्म समारोह में भी दिखाए जाने के लिए चुनी गई है। पहले और दूसरे पुरस्कार विजेता को 13,614 डॉलर तथा 9,530 डॉलर मिलेंगे।
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