पैसों की भूख जाती नहीं है। इस मोर्चे पर आम आदमी और फिल्मी सितारे एक ही मंच पर खड़े दिखते हैं। पिछले दो दिनों से लगातार खबर छपर रही है कि प्रीति जिंटा कमाल अमरोही की संपत्ति कब्जाने के चक्कर मे हैं। आज नई दुनिया के दिल्ली संस्करण मे चंद्रकांत शिंदे जी की खबर छपी है जिसमे कहा गया है कि इस संपत्ति विवाद मे प्रीति को कल पुलिस थाने मे घंटो इंतजार करना पड़ा-
अंधेरी स्थित कमाल अमरोही स्टुडियो में निवेश कर प्रीति जिंटा पूरी तरह फंस गई है। वह स्टुडियो पर कब्जा करना चाहती हैं लेकिन अमरोही परिवार के आपसी झग़ड़े की वजह से प्रीति को मालिकाना हक मिलने में दिक्कत हो रही है। इसी सिलसिले में पुलिस में शिकायत करने पहुंचीं प्रीति को घंटों इंतजार करना प़ड़ा। हालांकि खार पुलिस स्टेशन का कहना है कि दीवानी मामला होने की वजह से हम प्रीति की शिकायत दर्ज नहीं कर पाए। फौजदारी मामला होता तो हम उसे तुरंत ही दर्ज करते। प्रीति को हमने यह बात समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मान रही थी।
प्रीति जिंटा ने कमाल अमरोही स्टुडियो के एक वारिस शानदार अमरोही की मदद से स्टुडियो में निवेश किया है। कमाल अमरोही के बेटों में अदालती कार्रवाई चल रही है। प्रीति शानदार अमरोही का समर्थन कर रही है। प्रीति का कहना है कि शानदार को दूसरे पक्ष की ओर से धमकियां मिल रही हैं। ट्विटर पर प्रीति ने मुंबई पुलिस के प्रति नाराजगी जताते हुए लिखा कि पुलिस को उनकी शिकायत दर्ज कर लेनी चाहिए थी। एक आम नागरिक की तरह वह शिकायत दर्ज करने गई थी। पुलिस ने मुझे पांच घंटे तक बिठाए रखा। मुझसे अच्छी बातचीत की, चाय पिलाई, लेकिन मेरी एफआईआर दर्ज नहीं कराई। प्रीति ने आगे लिखा है कि मुंबई पुलिस पर उन्हें पूरा भरोसा है, लेकिन उनका रवैया ठीक नहीं था।
दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि जो मामला उनके हाथ में नहीं उसकी शिकायत वह कैसे दर्ज कर सकते है? प्रीति का मामला दीवानी होने की वजह से उसे फौजदारी रूप में दर्ज नहीं किया जा सकता। अगर शानदार अमरोही धमकी की शिकायत करने आते तो हम मामला दर्ज कर लेते। प्रीति को तो किसी ने धमकी नहीं दी है इसलिए हमने मामला दर्ज नहीं किया।
अंधेरी स्थित कमाल अमरोही स्टुडियो में निवेश कर प्रीति जिंटा पूरी तरह फंस गई है। वह स्टुडियो पर कब्जा करना चाहती हैं लेकिन अमरोही परिवार के आपसी झग़ड़े की वजह से प्रीति को मालिकाना हक मिलने में दिक्कत हो रही है। इसी सिलसिले में पुलिस में शिकायत करने पहुंचीं प्रीति को घंटों इंतजार करना प़ड़ा। हालांकि खार पुलिस स्टेशन का कहना है कि दीवानी मामला होने की वजह से हम प्रीति की शिकायत दर्ज नहीं कर पाए। फौजदारी मामला होता तो हम उसे तुरंत ही दर्ज करते। प्रीति को हमने यह बात समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मान रही थी।
प्रीति जिंटा ने कमाल अमरोही स्टुडियो के एक वारिस शानदार अमरोही की मदद से स्टुडियो में निवेश किया है। कमाल अमरोही के बेटों में अदालती कार्रवाई चल रही है। प्रीति शानदार अमरोही का समर्थन कर रही है। प्रीति का कहना है कि शानदार को दूसरे पक्ष की ओर से धमकियां मिल रही हैं। ट्विटर पर प्रीति ने मुंबई पुलिस के प्रति नाराजगी जताते हुए लिखा कि पुलिस को उनकी शिकायत दर्ज कर लेनी चाहिए थी। एक आम नागरिक की तरह वह शिकायत दर्ज करने गई थी। पुलिस ने मुझे पांच घंटे तक बिठाए रखा। मुझसे अच्छी बातचीत की, चाय पिलाई, लेकिन मेरी एफआईआर दर्ज नहीं कराई। प्रीति ने आगे लिखा है कि मुंबई पुलिस पर उन्हें पूरा भरोसा है, लेकिन उनका रवैया ठीक नहीं था।
दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि जो मामला उनके हाथ में नहीं उसकी शिकायत वह कैसे दर्ज कर सकते है? प्रीति का मामला दीवानी होने की वजह से उसे फौजदारी रूप में दर्ज नहीं किया जा सकता। अगर शानदार अमरोही धमकी की शिकायत करने आते तो हम मामला दर्ज कर लेते। प्रीति को तो किसी ने धमकी नहीं दी है इसलिए हमने मामला दर्ज नहीं किया।
No comments:
Post a Comment
न मॉडरेशन की आशंका, न ब्लॉग स्वामी की स्वीकृति का इंतज़ार। लिखिए और तुरंत छपा देखिएः