भारतीय संगीत को लोकप्रियता की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाले संगीत सम्राट ए आर रहमान ने राष्ट्रमंडल खेलों के लिए बनाए गए अपने चर्चित थीम सांग 'जियो उठो बढ़ो जीतो' को लेकर हो रही तमाम आलोचनाओं को खारिज करते हुए आज कहा कि आम जनता के साथ-साथ भारतीय संगीत जगत की नामचीन हस्तियों ने भी इसकी जमकर सराहना की थी।
दो प्रतिष्ठित आस्कर पुरस्कारों से सम्मानित रहमान ने थीम सांग को लेकर चारों तरफ से हो रही आलोचनाओं के बाद भारतीय संगीत जगत की नामचीन हस्तियों द्वारा इसके समर्थन में भेजे गए संदेश को सोशल नेटवर्किग वेबसाइट 'फेसबुक' पर डाला है। अपनी सुरीली आवाज से संगीत प्रेमियों को दीवाना बनाने वाली स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने रहमान का समर्थन करते हुए कहा, 'वह बहुत प्रतिबद्ध संगीतकार हैं और लोग उनके प्रति कठोर रवैया अपना रहे हैं।' संगीतकार विशाल भरद्वाज ने लिखा, 'रहमान ने संगीत के लिए बहुत कुछ किया है और अन्य लोगों की अपेक्षा वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के प्रतिबिंब हैं।'
स्लमडाग मिलेनियर के लिए आस्कर पुरस्कार से नवाजे गए रेसुल पोकुट्टी ने कहा, 'यह गीत खिलाड़ियों और भारत की जनता के आह्वान का है।' प्रख्यात गीतकार जावेद अख्तर ने कहा, 'रहमान जी परेशान मत होइए। हर बार आप कुछ नया लेकर आते हैं। लोग मुझसे कहते हैं कि आप खत्म हो गए लेकिन 20 दिन बाद लोग इसकी तारीफ करने लगे।' रहमान ने लिखा है, 'जियो उठो बढ़ो जीतो' के जारी होने पर जिन लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहूंगा। आपकी ईमानदार, सकारात्मक और पक्षपात रहित प्रतिक्रिया तथा सही दृष्टिकोण ने मुझे अनपेक्षित तूफान [आलोचना] के समक्ष खडे़ में रहने के लिए आत्मविश्वास दिया।'
रोजा, दिल से, लगान, स्लमडाग मिलेनियर जैसी बेहद सफल फिल्मों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरने वाले रहमान ने कहा, 'अंत भला तो सब भला। राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन के दौरान थीम सांग की लोगों ने जमकर सराहना की। उद्घाटन समारोह के दौरान पेश किए गए थीम सांग कार्यक्रम को अपार सफलता मिली। मैं देख सकता हूं कि उम्रदराज और जवान दोनों ही इसे पसंद कर रहे हैं।' रहमान द्वारा राष्ट्रमंडल खेलों के लिए बनाया थीम सांग लोगों को पसंद नहीं आने के कारण आलोचना के घेरे में आ गया था।
आलोचकों का कहना था कि यह अत्यधिक 'मंहगा' थीम सांग युवाओं को आकर्षित नहीं कर सका। इस गाने के लिए रहमान ने करीब पांच करोड़ रुपये लिए थे। रहमान ने राष्ट्रमंडल खेलों में शानदार प्रदर्शन करने के लिए भारत की पूरी टीम को बधाई दी जो 'जियो उठो बढ़ो जीतो' के नारे के साथ आगे बढे़(जागरण डॉटकॉम,18.10.2010)।
दो प्रतिष्ठित आस्कर पुरस्कारों से सम्मानित रहमान ने थीम सांग को लेकर चारों तरफ से हो रही आलोचनाओं के बाद भारतीय संगीत जगत की नामचीन हस्तियों द्वारा इसके समर्थन में भेजे गए संदेश को सोशल नेटवर्किग वेबसाइट 'फेसबुक' पर डाला है। अपनी सुरीली आवाज से संगीत प्रेमियों को दीवाना बनाने वाली स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने रहमान का समर्थन करते हुए कहा, 'वह बहुत प्रतिबद्ध संगीतकार हैं और लोग उनके प्रति कठोर रवैया अपना रहे हैं।' संगीतकार विशाल भरद्वाज ने लिखा, 'रहमान ने संगीत के लिए बहुत कुछ किया है और अन्य लोगों की अपेक्षा वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के प्रतिबिंब हैं।'
स्लमडाग मिलेनियर के लिए आस्कर पुरस्कार से नवाजे गए रेसुल पोकुट्टी ने कहा, 'यह गीत खिलाड़ियों और भारत की जनता के आह्वान का है।' प्रख्यात गीतकार जावेद अख्तर ने कहा, 'रहमान जी परेशान मत होइए। हर बार आप कुछ नया लेकर आते हैं। लोग मुझसे कहते हैं कि आप खत्म हो गए लेकिन 20 दिन बाद लोग इसकी तारीफ करने लगे।' रहमान ने लिखा है, 'जियो उठो बढ़ो जीतो' के जारी होने पर जिन लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहूंगा। आपकी ईमानदार, सकारात्मक और पक्षपात रहित प्रतिक्रिया तथा सही दृष्टिकोण ने मुझे अनपेक्षित तूफान [आलोचना] के समक्ष खडे़ में रहने के लिए आत्मविश्वास दिया।'
रोजा, दिल से, लगान, स्लमडाग मिलेनियर जैसी बेहद सफल फिल्मों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरने वाले रहमान ने कहा, 'अंत भला तो सब भला। राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन के दौरान थीम सांग की लोगों ने जमकर सराहना की। उद्घाटन समारोह के दौरान पेश किए गए थीम सांग कार्यक्रम को अपार सफलता मिली। मैं देख सकता हूं कि उम्रदराज और जवान दोनों ही इसे पसंद कर रहे हैं।' रहमान द्वारा राष्ट्रमंडल खेलों के लिए बनाया थीम सांग लोगों को पसंद नहीं आने के कारण आलोचना के घेरे में आ गया था।
आलोचकों का कहना था कि यह अत्यधिक 'मंहगा' थीम सांग युवाओं को आकर्षित नहीं कर सका। इस गाने के लिए रहमान ने करीब पांच करोड़ रुपये लिए थे। रहमान ने राष्ट्रमंडल खेलों में शानदार प्रदर्शन करने के लिए भारत की पूरी टीम को बधाई दी जो 'जियो उठो बढ़ो जीतो' के नारे के साथ आगे बढे़(जागरण डॉटकॉम,18.10.2010)।
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